Karnataka Bible Controversy:कर्नाटक में फिर से घमासन, हिजाब के बाद बाइबल पर उठे सवाल
Karnataka Bible Controversy:इन दिनों देश में बहुत से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिनमे एक चीज कॉमन होती है जोकि है धर्म। चाहे फिर वो हिजाब विवाद हो या जहांगीरपुरी में हुई हिंसा। अब कर्नाटक में हिजाब के बाद बाइबल पर भी बवाल शुरू हो गया है। बेंगलुरु के क्लेरेंस नाम के एक स्कूल ने ऐसा फरमान जारी किया है जिसका हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं। दरअसल स्कूल ने अभिभावकों से कहा है कि अपने बच्चों को बाइबल लेकर स्कूल भेजे और उनको बाइबल पढ़ना ही होगा चाहें फिर वो किसी भी धर्म के हो। स्कूल ने जब ऐसी बात कही तो हिंदूवादी संगठन बौकला गए और इसको शिक्षा कानूनों के खिलाफ बताया। हिंदू जनजागरण समिति ने कहा है कि स्कूल की तरफ से एडमिशन के दौरान ही अंडरटेकिंग ले लिया जाता कि सभी स्टूडेंट्स अपने साथ बाइबल लेकर ही स्कूल आयेंगे।
इसी समिति के प्रवक्ता मोहन गौड़ा का ये भी कहना है कि स्कूल के ये नियम संविधान की धारा 25 और 26 और साथ ही सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उलंघन है। इसमें उन बच्चों के अधिकारों का भी हनन होता है जो ईसाई नहीं है. समिति द्वारा कर्नाटक के शिक्षा मंत्री से मामले पर कार्यवाही करने की मांग की गई है, वरना उनका कहना है कि वे वह खुद अपनी ओर से हाई कोर्ट में PIL दाखिल करेंगे.
विवाद सामने आने के बाद क्लेरेंस हाई स्कूल की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
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आपको बता दे कि स्कूल ब्रिटिश काल से बंगलुरु में स्थित है और इसकी स्थापना वर्ष 1914 में हुई थी. कर्नाटक के शिक्षा मंत्री शुक्रवार से बेंगलुरु में नहीं है और उनके लौटने पर इस विषय की पड़ताल का भरोसा दिया गया है.
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रिपोर्ट :मेघा गंगवार