नई दिल्ली: यूक्रेन और रूस ने युद्ध में बंदी बनाए गए एक दूसरे के 75-75 सैनिकों की शुक्रवार को अदला-बदली की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दोनों देशों के बीच पिछले तीन महीनों में पहली बार युद्धबंदियों (पीओडब्ल्यू) की अदला-बदली की गई है। यूक्रेन के चार आम नागरिकों सहित युद्धबंदियों को कई बस से उत्तरी सुमी क्षेत्र में पहुंचाया गया। बस से उतरते ही वे खुशी से चिल्लाने लगे और उन्होंने अपने परिजनों को फोन करके अपने स्वदेश लौटने की जानकारी दी।
कुछ लोग घुटनों के बल बैठ कर जमीन को चूमने लगे जबकि कई लोगों ने अपने आप को पीले-नीले झंडों में लपेट कर एक-दूसरे को गले लगाया और फूट-फूट कर रोने लगे। अधिकारियों ने बताया कि युद्धबंदियों की अदला-बदली से कुछ समय पहले इसी स्थान पर दोनों पक्षों ने सैनिकों के शव भी एक-दूसरे को सौंपे थे।
इस वर्ष में चौथी बार और फरवरी 2022 में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से 52वीं बार युद्ध बंदियों की अदला-बदली की गई है। संयुक्त अरब अमीरात ने कहा कि इस हालिया अदला-बदली में उसने मदद की है। ‘यूक्रेन क्रॉडिनेशन हेड्क्वॉर्टर फॉर ट्रीटमेंट ऑफ पीओडब्ल्यू’ के अनुसार, युद्ध शुरू होने के बाद से यूक्रेन के कुल 3,210 सैन्यकर्मी और आम नागरिक देश लौट चुके हैं।