करांची: रूस ने पाकिस्तान को तगड़ा झटका दिया है। रूस ने गुरुवार को पाकिस्तान को डिसकाउंट पर कच्चा तेल देने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान ने कथित तौर पर रूसी कच्चे तेल पर 30-40 फीसदी की छूट मांगी थी लेकिन रूस ने पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण शहबाज शरीफ सरकार के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया है। पाकिस्तान पेट्रोल और डीजल की महंगाई से जूझ रहा है। ऐसे में उसे उम्मीद थी कि भारत की तरह वह भी रूस से सस्ता तेल हासिल कर ले, लेकिन मॉस्को ने उसे झटका दिया।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कच्चे तेल को लेकर बातचीत करने के लिए पेट्रोलियम मंत्री के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल को तीन दिवसीय यात्रा के लिए मास्को भेजा था, लेकिन बातचीत असफल रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने आश्वासन दिया है कि वो पाकिस्तान की बातों पर विचार करेगा और बाद में राजनयिक चैनलों के जरिए अपने फैसले की जानकारी मुहैया कराएंगे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल से साफतौर पर कहा दिया है कि वो जिन दरों पर बाकी देशों को कच्चा तेल मुहैया करा रहा है उसी कीमत पर देगा। बता दें कि पाकिस्तान ने रूसी की मजबूरी का फायदा उठाते हुए पुतिन के सामने 30-40 फीसदी की छूट पर कच्चा तेल देने का प्रस्ताव रखा था।
पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल 29 नवंबर को अपने तीन दिवसीय दौरे के लिए मॉस्को पहुंचा हुआ था। रूस के साथ बातचीत के दौरान पाकिस्तानी पक्ष पीएसजीपी परियोजना के मॉडल को बदलना चाहता था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रूस GtG व्यवस्था के तहत परियोजना मॉडल को पहले ही अंतिम रूप दे चुका है।
यूक्रेन के खिलाफ जंग शुरू करने वाले रूस से भारत पिछले कई महीने से कच्चा तेल आयात कर रहा है। अमेरिका ने भी यह स्पष्ट कर दिया था कि उसे पाकिस्तान द्वारा रूसी कच्चे तेल का आयात करने पर कोई आपत्ति नहीं है। अमेरिका ने कहा था कि वर्तमान में वो अन्य देशों को रूसी ऊर्जा निर्यात के खिलाफ प्रतिबंध नहीं लगाया है।