पटना: जदयू के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव के निधन पर राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शोक जताया। साथ ही कहा कि उनके आपसी मतभेदों की वजह से कभी किसी प्रकार की कड़वाहट नहीं हुई। लालू प्रसाद यादव ने सिंगापुर में चिकित्सालय से एक वीडियो बयान जारी किया है।
लालू प्रसाद यादव ने शरद यादव को बड़े भाई के तौर पर संदर्भित करते हुए दिवंगत नेता के साथ अपने पुराने जुड़ाव को याद किया। लालू यादव ने कहा कि कई अवसरों पर शरद यादव और मैं एक-दूसरे से लड़े। मगर हमारी असहमति ने कभी भी कड़वाहट पैदा नहीं की। राजद सुप्रीमो लालू ने कहा कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ झगड़े के पश्चात् जद (यू) से मजबूरी में अलग होकर शरद यादव ने लोकतांत्रिक जनता दल बनाया था। तत्पश्चात, उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में राजद का टिकट दिया गया था तथा उनकी बेटी सुभाषिनी यादव को पार्टी ने एक वर्ष पश्चात् विधानसभा चुनाव में मैदान में उतारा था। इसके बाद 2022 में शरद यादव ने अपनी पार्टी का विलय राजद में कर लिया था।
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने शरद यादव के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव जी का निधन दुःखद है। शरद यादव जी से मेरा बहुत गहरा संबंध था। मैं उनके निधन की खबर से स्तब्ध एवं मर्माहत हूं। वे एक प्रखर समाजवादी नेता थे। उनके देहांत से सामाजिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें। शरद यादव के दामाद राजकमल राव ने कहा कि उन्हें कार्डियक अरेस्ट आया था। हम उन्हें चिकित्सालय ले गए। वहां पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उन्हें किडनी की परेशानी थी तथा डायलिसिस पर थे। उनके पार्थिव शरीर को मध्य प्रदेश में उनके पैतृक गांव ले जाया जाएगा जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा।