लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर की कचहरी में गुरुवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक मुस्लिम लड़का एक हिंदू लड़की के साथ शादी करने पहुंचा। दरअसल, लड़की नाबालिग थी, किन्तु लड़के ने उसका फर्जी दस्तावेज बनवा रखा था। इसका पता जैसे ही लड़की की मां को चला, तो वह बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को साथ लेकर मौके पर पहुंच गई।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोपी लड़के को पुलिस के सुपुर्द किया, किन्तु पुलिस केस दर्ज करने में आनाकानी करती रही। जिसके बाद बजरंग दल के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने आठ घंटे तक कोतवाली में डेरा डाले रखा, तब कहीं जाकर रात 11 बजे पुलिस ने सैफी पर FIR दर्ज कर उसे अरेस्ट किया। इस मामले में कानपुर कोतवाली के CO अशोक कुमार सिंह ने बताया है कि, ‘लड़की ने सैफी के खिलाफ प्राथमिकी लिखाकर आरोप लगाया है कि सैफी ने उसे दूसरे नाम से प्रेम जाल में पहले फंसाया फिर होटल ले जाकर उसके साथ गलत काम किया और उसका वीडियो बनाकर जबरदस्ती विवाह कर रहा था।’
पुलिस के अनुसार, लड़की ने अपने आरोप में कहा कि, ‘सैफी ने फर्जी आधार कार्ड बनवाकर मुझे बालिग दिखाया था, जबकि मैं अभी नाबालिग हूं।’ लड़की के बयान के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म के साथ-साथ जबरन धर्मांतरण कराने की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करके उसे अरेस्ट कर लिया। शुक्रवार सुबह लड़की का मेडिकल चेकअप कराकर 164 का बयान दर्ज कराया जाएगा।
इस मामले में बजरंग दल नेता कृष्णा तिवारी का दावा है कि सैफी के गिरोह में कई लोग शामिल है, जो हिन्दू लड़कियों का धर्मान्तरण कराके विवाह करवाते हैं। वहीं लड़की की मां का आरोप है कि सैफी ने घर से 50 हजार रुपए भी मंगवा लिए और मेरी लड़की को शादी के बाद किसी को दो लाख में बेचने वाला था।