प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) । संतों ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के नोटों पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें लगाने की मांग पर गुस्सा जताया है। पंचायती अखाड़ा निरंजनी के स्वामी कार्तिकेय और सभी 13 अखाड़ों के साधुओं ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के इस बयान की निंदा की है कि नोटों पर गणेश-लक्ष्मी की तस्वीरें होनी चाहिए।
निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत ओंकार गिरि ने कहा कि यह सनातन धर्म के देवताओं का अपमान है। महानिर्वाणी अखाड़े के श्री महंत जमुनापुरी ने कहा, हमारे देवी-देवताओं का सही स्थान मंदिरों में है। कोई कैसे करेंसी नोट पर चित्र लगाने की मांग कर सकता है? केजरीवाल को भगत सिंह या सरदार बल्लभ भाई पटेल की तस्वीरें लगाने की मांग करनी चाहिए थी, भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी हमारे देवता हैं और धन के अवतार हैं। उनकी तस्वीरों को नोटों पर रखना गलत होगा।
जूना अखाड़े के मुख्य संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) के सचिव महंत हरि गिरि ने कहा, ”किसी राज्य के मुख्यमंत्री और किसी पार्टी के अध्यक्ष की इस तरह की मांग अस्वीकार्य और गैर जिम्मेदाराना है। ऐसी मांग सिर्फ एक राजनीतिक नौटंकी है और कुछ नहीं। केजरीवाल ने इससे पहले प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर देश की आर्थिक समृद्धि के लिए नोटों पर भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की तस्वीरें लगाने का अनुरोध किया था।