नई दिल्ली: दिवाली से पहले रेलवे कर्मचारियों की निकल पड़ी. रेलवे बोर्ड ने भारतीय रेल के करीब 12 लाख कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाने का ऐलान कर दिया है. अब रेलवे कर्मचारियों को उनकी बेसिक सैलरी के 42 प्रतिशत के बजाय 46 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलेगा. ये एक जुलाई 2023 से लागू होगा, यानी सभी कर्मचारियों को एरियर का पैसा भी उनकी सैलरी के साथ मिलकर आएगा.
रेलवे बोर्ड ने 23 अक्टूबर 2023 को ‘ऑल इंडिया रेलवेज एंड प्रोडक्शन यूनिट्स’ के जनरल मैनेजर्स और चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर्स को लेटर लिखकर इस बात की जानकारी दी है. रेलवे बोर्ड का कहना है कि महंगाई भत्ता 4 प्रतिशत बढ़ाया जाना काफी खुशी देने वाला फैसला है.
रेलवे बोर्ड ने कर्मचारियों की सैलरी में इस इजाफे का ऐलान केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता बढ़ाए जाने के 5 दिन बाद किया है. केंद्र सरकार के करीब 48 लाख कर्मचारियों और 67 लाख पेंशनर्स के महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी की घोषणा पिछले हफ्ते की गई थी. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने इसके लिए 15,000 करोड़ रुपए का बजट जारी किया है, जिसमें दिवाली बोनस भी शामिल है.
रेलवे बोर्ड के इस फैसले से रेलवे कर्मचारियों की सैलरी 27,000 रुपए तक बढ़ जाएगी. इसका कैलकुलेशन इस प्रकार है. रेलवे में कर्मचारियों की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18,000 रुपए है. 42 प्रतिशत का महंगाई भत्ता 7560 रुपए बनता है. जबकि 46 प्रतिशत पर ये रकम 8280 रुपए हो जाती है, यानी हर महीने की सैलरी में 720 रुपए का इजाफा हुआ है.
वहीं रेलवे कर्मचारियों की मैक्सिमम बेसिक सैलरी 56,900 रुपए तक है. इसमें 42% पर डीए 23,898 रुपए बनता है, जो अब 46% पर 26,174 रुपए हो जाएगा. इस तरह उनकी हर महीने की सैलरी में 2276 रुपए बढ़ गए हैं, जो पूरे साल का हिसाब करने पर 27,312 रुपए बनते हैं.
रेलवे बोर्ड के दिवाली से ठीक पहले ये फैसला करने का रेलवे के कर्मचारी संगठनों ने स्वागत किया है. ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा, ‘कर्मचारियों को जुलाई से डीए मिलना था, इसलिए इसे पाना कर्मचारियों का अधिकार था. मैं दिवाली से पहले इसके भुगतान की घोषणा करने के फैसले का स्वागत करता हूं.’
वहीं नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवे मेन के महासचिव एम. राघवैया ने कहा कि डीए का भुगतान कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के बेस पर किया जाता है. इसका मकसद कर्मचारियों को महंगाई के असर से बचाना है. देश में बीते कुछ समय में महंगाई काफी तेजी से बढ़ी है. लोकसभा में एक सवाल के जवाब में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि 1 फरवरी 2023 तक देश के अंदर रेलवे कर्मचारियों की कुल संख्या 11,75,925 है. भारतीय रेल देश का सबसे बड़ा एम्प्लॉयर है.