लखनऊ: समाजवादी पार्टी की तरफ से अयोध्या में बने राम मंदिर में रामलला के दर्शन का निमंत्रण एक बार फिर से ठुकरा दिया है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव ने स्पष्ट तैर पर कहा कि विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने 11 फ़रवरी को रामलला के दर्शन की बात कही है. हम समाजवादी पार्टी के लोग नहीं जाएंगे. जब नेता विरोधी दल यानी अखिलेश यादव ले जाएंगे तब हम जाएंगे.
गौरतलब है कि विधानसभा स्पीकर सतीश महाना ने बजट सत्र के दौरान सभी सदस्यों को 11 फरवरी को रामलला के दर्शन का निमंत्रण दिया है. उन्होंने ने सदन में कहा कि हम सभी बस के द्वारा 11 बजे अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगे. इसी निमंत्रण पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि हम तो 22 जनवरी को जाना चाहते थे, लेकिन जब विधानसभा अध्यक्ष को ही निमंत्रण नहीं मिला था तो हमें कैसे मिलता. हम विधानसभा अध्यक्ष के साथ 11 फ़रवरी को अयोध्या नहीं जाएंगे.
उधर समाजवादी पार्टी के मुख्य सचेतक मनोज पांडे ने कहा कि प्रभु राम और हनुमानगढ़ी के दर्शन करने के लिये हमको काफी मौके मिले. भगवान राम जब किसी को बुलाते हैं तब हम जाते हैं. मनोज पांडे ने कहा कि जब बुलावा आएगा भगवान के दर्शन करने को जाएंगे. हम भगवान से डायरेक्ट मिलने जाएंगे, हमें बीच में बीजेपी की मदद की जरूरत नहीं है. जिसके बाद बीजेपी की भी तीखी प्रतिक्रिया आई. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने सामजवादी पार्टी पर परिवारवाद और तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग शुरू से ही राम विरोधी रहे हैं.