नई दिल्ली: भारत सरकार की ओर से लोगों के विकास के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं। ऐसी एक ही स्कीम है समर्थ योजना, जिसे केंद्र सरकार की ओर से कपड़ा उद्योग के लिए 2017 में शुरू किया गया था। समर्थ योजना का उद्देश्य देश में वस्त्र मंत्रालय से संबंधित विभागों और संगठनों के माध्यम से कारीगरों को कौशल सीखाकर मांग आधारित रोजगार देना है। इसके कारण देश के कपड़ा उद्योगों को अच्छे कारीगर मिल रहे हैं और वहीं, जरूरतमंद लोगों को रोजगार मिल रहा है।
समर्थ योजना, कपड़ा उद्योग के लिए वरदान
समर्थ योजना को केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा शुरू की गई है। इसमें शुरुआती तीन सालों में 10 लाख लोगों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया था। इस योजना को सफल बनाने के लिए सरकार देश के प्रमुख कपड़ा उद्योगों और संघों के साथ मिलकर कार्य कर रही है।
सिखाए जा रहे हैं ये हुनर
समर्थ योजना के तहत लोगों को स्पिनिंग और वीविंग से जुड़ा कौशल सिखाया जाता है, जिसमें वस्त्रों को तैयार करना, कपड़ा बुनना, हस्तकला और कालीनों की बुनाई जैसे प्रमुख हुनर शामिल हैं।
इतने लोगों को मिल चुका है लाभ
सरकारी की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक, देश में बड़ी संख्या में लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। इस योजना के अंतर्गत करीब 1.30 लाख लोगों को हुनर सिखाया जा चुका है, जबकि करीब 80,000 लोगों को रोजगार भी मिल चुका है। इस योजना में अब तक सरकार लगभग 360 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। योजना की सफलता हो देखते हुए 3 मार्च 2024 तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है।
ऐसे उठाएं योजना का लाभ
समर्थ योजना का आप लाभ उठाने के लिए आप भी आसानी से ऑनलाइन ही आवेदन करना होगा। समर्थ योजना की आधिकारिक वेबसाइट samarth-textiles.gov.in/ पर आवेदन करना होगा। यहां आप फर्म भरकर आवेदन कर सकते हैं।