नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों के लिए बड़ा दिल दिखाया है। दरअसल बैंक ने उधार दर सख्त होने के बाद भी रिलेट और कॉर्पोरेट उधारकर्ताओं की बढ़ती मांग के कारण उम्मीद जताई है कि चालू वित्त वर्ष में ऋण बढ़ोतरी दर लगभग 15 फीसदी तक बनाकर रखी जा सकेगी।
वहीं एसबीआई की तरफ से यह जानकारी दी गई कि बैंक ने 30 जून, 2022 को खत्म पहली तिमाही में एडवांसेज 14.93 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 29,00,636 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि के दौरान यह एडवांसेज 25,23,793 करोड़ रुपये थे। आपको बता दें कि इसमें से रिटेल लोन में 18.58 फीसदी की विकास दर दर्ज की गई, जबकि कॉर्पोरेट अग्रिमों में जून तिमाही के अंत में सालाना आधार पर 10.57 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। यानी बैंक का मुनाफा जबरदस्त रहा है।
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने इस फैसले को लेकर जानकारी दी बताया कि बैंक जल्द ही योनो (एकीकृत डिजिटल बैंकिंग मंच) 2.0 आएगा। जिसमें कई बेहतरीन सुविधाएं हैं और यह कामकाज करने की सुविधाओं से लैस हैं। इसके अलावा डिजिटल का काम भी अब और फास्ट तरीके से होगा। बैंक के साथ 96.6 फीसदी से अधिक लेनदेन अब वैकल्पिक चैनलों के माध्यम से किए जाते हैं। योनो पर रजिस्टरेड यूजर्स की संख्या पहले ही 5.25 करोड़ को पार कर चुकी है, जो एक बड़ी उपलब्धि है।