हिंदू धर्म में मौनी अमावस्या का विशेष महत्व बताया गया है. इस अमावस्या पर स्नान और दान करना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. मौनी अमावस्या के दिन पितरों के नाम तर्पण किया जाता है, जिससे उन्हें शांति मिलती है. इस दिन किन कामों को करने से बचना चाहिए, इस बारे में जानेंगे.
माघ महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या (Mauni Amavasya 2022) कहा जाता है. हिंदू धर्म में इसका काफी महत्व है. शास्त्रों के मुताबिक, माघ महीने को काफी शुभ माना गया है. कहा जाता है कि इस महीने में भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है और दुख-दर्द से मुक्ति मिलती है.
ननस्नान-दान की अमावस्या मौनी अमावस्या महोदय योग सूर्योदय से पूर्वाह्न 11.46 बजे तक द्वापर युगादि सूर्य उत्तरायण सूर्य दक्षिण गोला
शिशिर ऋतु अपराह्न 3 बजे से सायं 4.30 बजे तक राहुकालम् 1 फरवरी, मंगलवार, 12 माघ (सौर) शक 1943, 18 माघ मास प्रविष्टे 2078, 28 जमादि-उल-अव्वल सन हिजरी 1443, माघ कृष्ण अमावस्या प्रात: 11.16 बजे तक उपरांत प्रतिपदा, श्रवण नक्षत्र सायं 7.44 बजे तक उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र, व्यतीपात योग रात्रि 3.09 बजे तक पश्चात वरीयान योग, नाग करण, चंद्रमा मकर राशि में
त्यौहार और व्रत
मौनी या भौमवती अमावस्या
सूर्य और चंद्रमा का समय
सूर्योदय – 7:10 AM
सूर्यास्त – 6:09 PM
चन्द्रोदय – Feb 01 7:17 AM
चन्द्रास्त – Feb 01 6:25 PM
आज के अशुभ मुहूर्त-
राहू – 3:25 PM – 4:47 PM
यम गण्ड – 9:55 AM – 11:18 AM
कुलिक – 12:40 PM – 2:02 PM
दुर्मुहूर्त – 09:22 AM – 10:06 AM, 11:22 PM – 12:14 AM
वर्ज्यम् – 11:25 PM – 12:54 AM
आज के शुभ मुहूर्त-
अभिजीत मुहूर्त – 12:18 PM – 01:02 PM
अमृत काल – 10:18 AM – 11:45 AM
ब्रह्म मुहूर्त – 05:34 AM – 06:22 AM