नई दिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) ने इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर 106 पद्म श्री पुरस्कार दिए जाने को मंजूरी दी थी। जिसके बाद बीते बुधवार को कुल 53 पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया गया। इनमें पांच पद्म भूषण, तीन पद्म विभूषण, और 45 पद्म श्री शामिल थे। बाकी के पद्म पुरस्कार 22 मार्च को दिए गए थे।
बुधवार को पद्म श्री पुरस्कार वितरित होने के बाद से ही पद्म श्री पुरस्कार विजेता शाह रशीद अहमद कादरी ( Shah Rashid Ahmed Qadri) द्वारा दिया गया एक बयान सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है। जिसे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए सुन सकते हैं। रशीद अहमद कादरी ने कहा कि उन्हें बीजेपी की सरकार द्वारा पद्म श्री पुरष्कार से सम्मानित किया जाएगा इस बात की उम्मीद उन्हें बिल्कुल भी नहीं थी।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि वो पिछले 10 साल से इसके लिए कोशिश कर रहे थे। उन्हें लगता था कि यूपीए में पद्म सम्मान (Padma Shree Award) मिलेगा, लेकिन उस दौरान भी नहीं मिला। इसके बाद उन्हें बीजेपी की सरकार से उम्मीद नहीं थी, क्योंकि उन्हें ऐसा लगता था कि बीजेपी मुसलमानों को कभी कुछ नहीं देगी। इसलिए वो शांति से बैठे थे, लेकिन वे गलत साबित हुए। साथ ही उन्होंने पुरस्कार के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि कर्नाटक के बीदर के शाह रशीद अहमद कादरी को बीदर कला में कई नए पैटर्न और डिजाइन पेश करने के लिए पहचाना जाता है। बता दें कि बीदरी एक लोक कला है। जिसकी पारंपरिक सृजन कर्नाटक के बीदर शहर से शुरु हुआ था। बाद में धीरे-धीरे इस कला का प्रसार तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में भी हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा इसी कला के लिए शाह रशीद अहमद को पद्म श्री पुरस्कार से नवाजा गया है।