Shahid Diwas : जेब में पिस्तौल नही शब्दकोश रखते थे हमारे शहीद भगत सिंह
Shahid Diwas : शहीद भगत सिंह करिश्माई क्रांतिकारी होने के साथ एक महान शख्स भी थे। आम लोगों में सोच है और अकसर बताया गया है . ये सरासर गलत होगा कहना की भगत सिंह अपनी जेब में पिस्टौल रखते थे । वह अपनी एक जेब में डिक्शनरी और कई में किताब रखा करते थे । भगत सिंह के दिमाग में किताबी कीड़ा था। किसी दोस्त के घर गए या फिर कहीं बैठे हैं, तो वह तुरंत अपनी जेब से किताब निकालकर पढने लगते थे । इस दौरान अगर अंग्रेजी का कोई शब्द समझ नहीं आया, तो डिक्शनरी निकालकर से उसे ढुढते थे ।
भगत सिंह फिल्म देखने के शौकिन थे .लेकिन भगत सिंह के 15 साल की छोटी उम्र से ही आजादी आंदोलन में शामिल हो जाने से परिवार खुश नही थे । इस बात को लेकर जब भी कभी परिवार वालों से विचारों में भेद था । परिवार वालों ने जब उनकी शादी कराना चाहा , तो वे एक सदेशं लिखकर गये थे , जिसमें उन्होंने लिखा कि दादा अर्जुन सिंह ने यज्ञोपवीत संस्कार के समय यह प्रण लिया था कि वह उनके बड़े भाई जगत सिंह व भगत सिंह को देश के लिए देते हैं, तो फिर उनकी शादी कराने का फैसला क्यो ? बाद में परिवार वालों ने जब अपनी यह जिद छोड़ी तो भगत सिंह घर लौटे। इससे उनके अपने देश के प्रति प्रेम व समर्पण की भावना का पता लगता है।
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रिर्पोट – शिवी अग्रवाल