नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र (Maharashtra) से मिल रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां मुंबई (Mumbai) में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि, वे NCP के अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला ले चुके हैं। इस बाबत आज उन्होंने कहा कि, मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष पद से हटने का फैसला किया है।
जी हां, जहां इस समय महाराष्ट्र में सियासत ख़ासी गरमाई हुई है। वहीं इस भयंकर दावानल के बीच, अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दिग्गज नेता शरद पवार ने अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है। वहीं इस बात की पुष्टि खुद शरद पवार ने ही की है। मालूम हो कि, हाल ही में NCP नेता और भतीजे अजित पवार से शरद पवार की मनमुटाव की खबरें सामने आई थीं।
आज इस बात शरद पवार ने कहा कि, “मैं एनसीपी के अध्यक्ष पद को छोड़ने का ऐलान करता हूं। मेरे पास फिलहाल राज्य के MP के रूप में तीन साल बाकी हैं। इस दौरान मेरी राज्य और केंद्र के मुद्दों पर नजर रहेगी। मैं साफ बता देना चाहता हूं कि मेरा संन्यास सार्वजनिक जीवन से नहीं है।” इधर इस खबर से बदहवास से NCP के कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि शरद पवार को अध्यक्ष पद छोड़ने के फैसले पर फिर एक बार फिर से विचार चरना चाहिए। वहीं उन्हें अपने इस फैसले को तत्काल वापस लेना चाहिए।
दरअसल पवार ने यहां यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान में अपनी आत्मकथा का विमोचन करने के अवसर पर अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान किया जिस पर NCP के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया। पवार ने कहा, “मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है।” उन्होंने पार्टी की आगे की रणनीति तय करने के लिए वरिष्ठ नेताओं का पैनल बनाने की घोषणा की।
हालांकि, राकांपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पवार से फैसला वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक पवार फैसला वापस नहीं लेते वे समारोह स्थल से नहीं जाएंगे।पूर्व केंद्रीय मंत्री और चार बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे पवार की राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना का महा विकास आघाड़ी (एमवीए) गठजोड़ बनाने में अहम भूमिका रही है।