नई दिल्ली : डायबिटीज मौजूदा समय में सबसे आम बीमारी बन चुकी है. आपको अपने आस पास कोई न कोई डायबिटीज से पीड़ित जरूर मिल जाएगा. अब तो इस बीमारी ने बच्चों को भी अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिसके होने पर मरीज को अपनी पूरे रूटीन और खान पान पर कड़े प्रतिबंध लगाने पड़ते हैं, वरना यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है. इसी वजह से अधिकांश हेल्थ एक्सपर्ट डायबिटीज के मरीज को हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की सलाह देते हैं.
डायबिटीज के मरीज के लिए शुगर सबसे ज्यादा नुकसान देह होती है, इसलिए उसे फलों का चुनाव भी बहुत संभलकर करना होता है. ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि सर्दियों के सीजन में मधुमेह रोगियों को संतरा खाना चाहिए या फिर नहीं. कई लोग मधुमेह रोगियों को संतरे नहीं खाने की सलाह देते हैं क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से शर्करा होती है. यह एक बड़ा मिथ है. ओनली माय हेल्थ के अनुसार संतरा मधुमेह रोगियों के लिए फायदेमंद फल साबित हो सकता है अगर इसे सीमित मात्रा में लिया जाए.
जब आप खाना खाते हैं तो वह शरीर में जाकर कितनी तेजी से ब्लड शुगर को प्रभावित करता है इसको ग्लाइसेमिक इंडेक्स से नापा जाता है. अगर डायबिटीज पेशेंट कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले पदार्थों का सेवन करते हैं तो डायबिटिज कंट्रोल किया जा सकता है. वहीं उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फ्रूट्स शुगर लेवल को हाई कर सकते हैं. संतरे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 40 होता है इसलिए मधुमेह रोगी इसका सेवन कर सकते हैं.
डायबिटीज रोगी को एक्सपर्ट फाइबर युक्त भोजन और फ्रूट्स खाने की सलाह देते हैं. संतरा फाइबर का एक अच्छा स्रोत है. फाइबर युक्त फूड से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है, हालांकि इसका सेवन एक सीमित मात्रा में ही किया जाना चाहिए. बता दें कि एक सामान्य संतरे में करीब 4 ग्राम फाइब की मात्रा पाई जाती है.
अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार, डायबिटीज रोगियों के लिए खट्टे फल काफी फायदेमंद होते हैं. खटे फलों को मधुमेह रोगियों के लिए सुपरफूड माना जाता है. संतरा फाइबर, विटामिन सी, फोलेट और पोटेशियम से भरपूर होता है और इसके सेवन से मधुमेह को कम किया जा सकता है. फाइबर का मेटाबॉलिज्म सबसे कम होता है और इसे पचने में सबसे ज्यादा समय लगता है इससे ब्लड में शर्करा का प्रवाह धीमा होता है.
डायबिटीज रोगियों में यह भी सबसे बड़ा सवाल है कि संतरे का इस्तेमाल कैसे किया जाए. इसे खाने से ज्यादा फायदा होगा या फिर इसका जूस का इस्तेमाल किया जाए. जूस में पर्याप्त मात्रा में फाइबर नहीं होता और इसमें आर्टिफिशियल शुगर होने की भी संभावना कई गुना अधिक होती है. इस वजह से संतरे का जूस डायबिटीज रोगियों के लिए सही नहीं है.
संतरा एक ऐसा फल है जो कि कई विटामिन और एंटीऑक्सीटेंड से भरपूर होता है. ब्लड शुगर लेवल हाई होने पर शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव काफी बढ़ जाता है. ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने के लिए विटामिन सी की जरूरत होती है जो कि संतरे में भरपूर मात्रा में पाया जाता है. और संतरे के एंटीऑक्सीटेंड गुण इससे बचाव करते हैं. संतरे फ्लेवोनॉयड एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होते हैं, जिनके मधुमेह रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होता है.