अयोध्या में 22 जनवरी को होगी श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा, PM मोदी रहेंगे मौजूद, 4000 संत महात्मा एवं 2500 प्रतिष्ठित महानुभाव बनेंगे साक्षी
नई दिल्ली। अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बन रहे नए मंदिर में रामलला के नूतन विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्हें श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनने को अपने लिए सौभाग्य की बात बताया है। देश के 4000 संत महात्मा एवं समाज के 2500 प्रतिष्ठित महानुभाव इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीर को शेयर करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “जय सियाराम! आज का दिन बहुत भावनाओं से भरा हुआ है। अभी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी मुझसे मेरे निवास स्थान पर मिलने आए थे। उन्होंने मुझे श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा के अवसर पर अयोध्या आने के लिए निमंत्रित किया है।”प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “मैं खुद को बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं। ये मेरा सौभाग्य है कि अपने जीवनकाल में, मैं इस ऐतिहासिक अवसर का साक्षी बनूंगा।”
आपको बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। 22 जनवरी को मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला अपने नए स्थान पर विराजमान हो जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट तैयारियों को लेकर कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रहा है। हर एक चीज का बारीकी से ध्यान रखा जा रहा है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी समय-समय पर अयोध्या पहुंचकर मंदिर निर्माण के कामों के साथ-साथ तैयारियों का भी जायजा लेते रहते हैं।
वहीं अयोध्या जिला प्रशासन और ट्रस्ट के अधिकारियों के बीच प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर लगातार बैठकें चल रही हैं। बीते मंगलवार को हुई बैठक में सुरक्षा-व्यवस्था, अतिथियों के आने-जाने का रूट और ठहरने के इंतजाम पर मंथन किया गया। बैठक में भीड़ नियंत्रण को लेकर भी चर्चा हुई। कमिश्नर गौरव दयाल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के साथ तीन दिन तक रामलला के दर्शन पर रोक रहेगी। इस दौरान आमजन से अपील की जाएगी कि वे रामलला के दर्शन के लिए न आएं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद एक बार फिर भक्त रामलला का दर्शन सामान्य तौर पर कर पाएंगे।