आजमगढ़: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बिहार से शुरू होकर शूद्र की राजनीति यूपी में पहुंची है। इसके चलते समाजवादी पार्टी गर्त में चली गई। अब सपा का कोई भी नेता शूद्र पर बयान देने से कतरा रहा है। राजभर ने कहा कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती दलितों और पिछड़ों के विरोधी हैं। जबकि ये लोग भाजपा और कांग्रेस को इनका दुश्मन बताते हैं। दलितों-पिछड़ों के हिमायती बनने वाले दोनों नेता मुख्यमंत्री बनने के लिए आम जन को बरगला रहे हैं।
राजभर शहर से सटे बेलनाडीह गांव में स्थित एक होटल सभागार में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि उपचुनाव में सपा के साथ हमारी पार्टी नहीं होती तो आजमगढ़ में ही अखिलेश यादव की पार्टी तीसरे नंबर पर होती। ओमप्रकाश ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने देश का विकास किया। कांग्रेस जितना काम आज तक किसी ने नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मैं हमेशा सच बोलता हूं। सभी के हक की बात करता हूं। भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर को निशाने पर लेते हुए कहा कि लोडर मालिक की मर्जी से बोलता है, जबकि लीडर अपनी मर्जी से बोलता है। सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट के लिए केवल मैंने आवाज बुलंद की। ओमप्रकाश ने कहा कि डॉ. भीमराव आंबेडकर ने सभी को समान अधिकार दिए हैं। हिंदुओं के ठेकेदार हिंदुओं को सता रहे हैं। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के एक बयान के सवाल पर ओमप्रकाश ने कहा कि एक साइकिल चोर दूसरे को साइकिल चोर ही समझता है।