नई दिल्ली। फैटी लिवर डिजीज एक बीमारी है जिसमें अतिरिक्त फैट के कारण लिवर में हेल्दी टिशू के स्थान पर फैट जमा हो जाती है. इससे लिवर में संयोजन की समस्या होती है जो अंततः लिवर की कार्यक्षमता को प्रभावित करती है. फैटी लिवर डिजीज शराब के सेवन, असंतुलित खान-पान, हाई ब्लड प्रेशर, ज्यादा खराब फैट, मेटाबोलिक सिंड्रोम और डायबिटीज जैसी विभिन्न स्थितियों के साथ जुड़ी हो सकती है. यह एक सामान्य समस्या है और धीरे-धीरे प्रगति कर सकती है, जिसे अनुवर्ती और परिवर्तनशील डाइट के माध्यम से संभवतः नियंत्रित किया जा सकता है. आज हम फैटी लिवर डिजीज के संकेतों के बारे में बात करेंगे.
फैटी लिवर डिजीज से ग्रसित व्यक्ति के चेहरे और त्वचा पर कुछ लक्षण हो सकते हैं. आइए जानते हैं क्या.
त्वचा में नीली नसें: फैटी लिवर डिजीज के कुछ रोगियों को त्वचा पर नीली नसें नजर आती हैं. इसका मुख्य कारण वसा के अधिक जमाव होते हैं जो नसों को ब्लॉक कर देते हैं.
त्वचा का रंग पीला पड़ना: अधिक मात्रा में तरल वसा शरीर में जमा होता है, जो त्वचा का रंग पीला पड़ने का कारण बनता है.
झुर्रियां: फैटी लिवर डिजीज के मरीजों को झुर्रियां बनने लगती हैं. ये झुर्रियां त्वचा के उपरी सतह पर होती हैं और उम्र के साथ बढ़ती रहती हैं.
एक्ने: फैटी लिवर डिजीज के मरीजों में एक्ने भी हो सकते हैं. इसका मुख्य कारण शरीर से तैलीय लिपिडों के अतिरिक्त जमाव से होता है.
ड्राई स्किन: फैटी लिवर डिजीज के मरीजों को त्वचा की देखभाल करने की जरूरत होती है, क्योंकि उनकी त्वचा अतिरिक्त ड्राई हो सकती है.
फैटी लिवर डिजीज के अन्य संकेत
थकान: असामान्य थकान एक फैटी लिवर डिजीज का संकेत हो सकता है.
पेट का फूलना: फैटी लिवर डिजीज के मरीजों में पेट का फूलना या फिर पेट में बढ़ती हुई तेजी भी हो सकती है.
शरीर में दर्द: फैटी लिवर डिजीज में शरीर के अलग-अलग हिस्सों में दर्द हो सकता है.
त्वचा में सूजन: फैटी लिवर डिजीज से पीड़ित व्यक्ति की त्वचा में सूजन हो सकती है.
बढ़ता वजन: फैटी लिवर डिजीज के मरीजों का वजन बढ़ सकता है.