गढ़चिरौली: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में बाढ़ के कारण स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। गढ़चिरौली में रविवार को दिनभर हुई बारिश ने लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। गढ़चिरौली में भारी बारिश के बाद बांधों से फिर पानी छोड़ा गया है। इसके चलते जिले की बड़ी नदियों में फिर से बाढ़ आ गई है, जिसके कारण जिले के कुल 40 रास्ते बंद हो गए हैं।
बताया जा रहा है कि दोबारा जलस्तर बढ़ने के बाद गढ़चिरौली की पांच तहसीलों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। इतना ही नहीं गढ़चिरौली को नागपुर से जोड़ने वाले रास्ते से भी रविवार देर रात संपर्क टूट गया। इसके अलावा भामरागढ़ तहसील से बीते चार दिनों से संपर्क टूटा हुआ है। बताया जा रहा है कि गोसीखुर्द बांध से तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके कारण वैनगंगा-प्राणहिता नदी में बाढ़ की स्थित और भी भयावह हो गई है।
इस बीच गढ़चिरौली में बाढ़ से बिगड़ते हालातों को देखते हुए प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में अलर्ट जारी किया है। साथ ही बाढ़ के मद्देनजर जिले में एनडीआरएफ और पुलिस की टीमों की तैनाती की गई है। गढ़चिरौली जिले में बीते कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिसके चलते यहां नदी और नाले उफान पर हैं। बाढ़ के कारण कई गांव डूब गए हैं, जिस वजह से स्थानीय लोग बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे हुए हैं।
बता दें, पिछले दिनों एनडीआरएफ टीम ने गढ़चिरौली के कर्जेल्ली गांव में बाढ़ के पानी में फंसी एक गर्भवती महिला की जान बचाई थी। अतिदुर्गम स्थान पर मौजूद गांव को चारों ओर से बाढ़ के पानी ने घेर लिया था। बाढ़ के पानी में सोनी आत्राम नामक गर्भवती महिला फंस गई थी।
सोनी की इस स्थिति के बारे में गांव की आशा वर्कर ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी। सूचना के आधार पर प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने नाव के सहारे महिला को गांव से बाहर सुरक्षित निकाला और नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाया।