CRPF DAY : CRPF शौर्य दिवस पर एक सलाम सैनिको के नाम
CRPF DAY : 9 अप्रैल, 1965 को सीआरपीएफ की एक छोटी टुकड़ी ने पाकिस्तान के खिलाफ कच्छ के रण में 34 पाकिस्तानी सैनिकों को धूल चटाई थी । यह पहली बार था जब पूर्ण रूप से पैदल सेना की टुकड़ी ने पाकिस्तान की सेना के विरुद्ध सफल लड़ाई कर जीत हासिल की । इस लड़ाई के दौरान CRPF के छह जवानों ने अपनी जान चली गई थी । इन बहादुर सैनिकों के महान बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है ।
CRPF के जवानों ने 1965 तक भारत-पाकिस्तान सीमा की रक्षा की जिसके बाद सीमा सुरक्षा बल का बनाया गया था । CRPF ने 2001 में भारतीय संसद पर हमला करने वाले सभी 5 आतंकवादियों को मार डाला था । वर्तमान में, CRPF कर्मियों द्वारा भारत में आतंकवाद रोधी अभियान भी चल रहे है । 2008 में, देश में नक्सली आंदोलन का मुकाबला करने के लिए कमांडो बैटालियन फॉर रेसोल्यूट एक्शन नामक एक सीआरपीएफ विंग की रचना हुई थी ।
अंतर्राष्ट्रीय मिशन
CRPF को श्रीलंका में शांति कार्यों के लिए भी भेजा गया था । उन्हें मालदीव, सोमालिया, नामीबिया, हैती में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के एक भाग के रूप में तैनात कराया गया था । हैती मिशन के तहत, उन्होंने देश में राजनीतिक स्थिरता रखने में सहायता प्रदाम की थी । पूरी तरह से गठित महिला पुलिस यूनिट 2007 में लाइबेरिया मिशन के तहत उन्हे वहा तैनात किया गया था ।
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रिर्पोट – शिवी अग्रवाल