अहमदाबाद। गुजरात में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश के कारण बिजली गिरने से छह लोगों की मौत हो गई और कई विस्थापित हो गए। वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में राज्य के 14 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है. भरूच, छोटाउदपुर, नर्मदा, सूरत, तापी, डांग, नवसारी और वलसाड जिलों में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने पोरबंदर, जूनागढ़, भावनगर, खेड़ा, पंचमहल, दाहोद, आणंद और वडोदरा में भारी बारिश की संभावना जताई है.
पिछले 24 घंटे में नर्मदा जिले के दडियापाड़ा कस्बे में सबसे अधिक 21 इंच, उमरपाड़ा में 16 इंच, तिलकवाड़ा में 20 इंच, सागबारा में 16 इंच और कपराडा में 15 इंच बारिश हुई है. आपदा प्रबंधन मंत्री राजेंद्र त्रिवेदी ने मंगलवार को गांधीनगर के स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर में हुई बैठक में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से सबसे ज्यादा मौतें बिजली गिरने से हुई हैं. उन्होंने कहा, “प्रशासनिक कदाचार या लापरवाही के कारण एक भी मौत की सूचना नहीं है। बचाव कार्यों में नागरिकों का पर्याप्त सहयोग भी मिल रहा है।”
मंत्री ने दावा किया कि राज्य प्रशासन नागरिकों के जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की 18 और एसडीआरएफ की 18 प्लाटून की टीमें तैनात की गई हैं, जबकि दो टीमों को तैयार रखा गया है. त्रिवेदी ने कहा कि राज्य के आठ जिलों में से भरूच, छोटाउदपुर और नर्मदा रेड अलर्ट जोन से बाहर आ गए हैं, जबकि सूरत, तापी, नवसारी, डांग और वलसाड के पांच जिले अभी भी रेड अलर्ट पर हैं.
मंत्री ने कहा कि राज्य में अब तक 27,896 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. इनमें से 18,225 लोग अब भी आश्रय में हैं, जबकि 971 लोग पानी घटने के बाद घर लौट चुके हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के कारण 15 हाईवे और 439 सड़कों को वाहनों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है. इस बीच मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हेलीकॉप्टर से राज्य के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने बोडेली, राजपीपला और नवसारी के बारिश प्रभावित इलाकों का हवाई निरीक्षण भी किया.
गुजरात में भारी बारिश के चलते प्रधानमंत्री का 15 जुलाई को राज्य का दौरा रद्द कर दिया गया है.