अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह सूर्य ग्रहण मेष राशि और अश्वनी नक्षत्र में लग रहा है जिसकी वजह से यह कुछ राशियों के ऊपर बुरा तो कुछ राशियों पर अच्छा प्रभाव डालेगा. दरअसल, मंगल के मिथुन में और बुध के मेष राशि में होने से अशुभ योग बन रहे हैं. वैदिक ज्योतिष के मुताबिक, मंगल मेष राशि और बुध ग्रह मिथुन राशि का स्वामी है. वहीं, सूर्यग्रहण के समय सूर्य अपनी उच्च राशि मेष में राहु और बुध के साथ होंगे. बुध के मेष और मंगल के मिथुन राशि में होने की वजह से राशि परिवर्तन योग बन रहा है. मेष राशि वालों को इस राशि परिवर्तन बेहद अशुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं.
पंडित मनोज त्रिपाठी कहना है कि सूर्य ग्रहण के प्रभाव की वजह से मेष राशि के जातकों के जीवन में उतार-चढ़ाव आ सकता है. क्योंकि यह मेष राशि में ही ग्रह प्रवेश कर रहा है तो इसलिए यह उन लोगों के ऊपर सबसे बुरा असर डालेगा. ऐसे लोग कानूनी मामलों में फंस सकते हैं. कारोबार में नुकसान उठाना पड़ सकता है. आत्मविश्वास में कमी आ सकती है. रिश्तों में दिक्कतें आ सकती हैं.
मनोज त्रिपाठी ने बताया कि मेष राशि के जो जातक होते हैं, वह शरीर और मन से बलवान होते हैं. उनका स्वामी मंगल होता है और मंगल के प्रभाव के कारण से शरीर बलिष्ठ होने के साथ-साथ उनका आत्मविश्वास भी ऊंचा होता है. हालांकि यह क्रोधी अधिक स्वभाव के भी होते हैं लेकिन उनका क्रोध दूध के उबाल के समान होता है. कुछ देर में वो ठीक हो जाते हैं. वो अपना गुस्सा जाहिर करने की जगह उसे दबा लेते हैं.लेकिन सूर्य ग्रहण का प्रभाव मेष राशि वालों का आत्मबल कमजोर करेगा. चूंकि चंद्रमा भी आठवें भाव में बैठेगा तो इस सूर्यग्रहण के प्रभाव से उनका आत्मबल कमजोर होता चला जाएगा, उनकी निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होनी शुरू हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि जितने भी सेना अध्यक्ष होते हैं, वो मंगल के प्रभाव से ही इतनी बड़े और संवेदनशील पद पर विराजमान हो पाते हैं. उदाहरण के लिए मान लीजिए कि अगर किसी सेना के अध्यक्ष का ही मन कमजोर हो गया और वह लड़ने की बजाय पीछे हटने लगा. अगर वह उस समय सही कदम नहीं उठा पाएगा तो युद्ध में जीत से पहले ही हार हो जाएगी. इसी तरह सूर्य ग्रहण के प्रभाव से मेष राशि वालों की निर्णय लेने की क्षमता कमजोर होगी. इसके अलावा इन्हें आग से सावधान रहना होगा. सड़क पर चलते हुए ध्यान रखना होगा क्योंकि वाहन दुर्घटना का खतरा है. जिन लोगों को पेट संबंधी बीमारियां हैं, ऐसे लोगों के लिए भी परेशानी हो सकती है.
मनोज त्रिपाठी ने बताया कि मेष राशि वालों को इस सूर्यग्रहण के प्रभाव दांपत्य जीवन में भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे लोगों के लिए शुक्र का प्रभाव भी बुरा हो सकता है पुरुषों को प्रोस्टेट से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं इसलिए लापरवाही ना करें. मेष राशि वालों को अनावश्यक खर्चों पर लगाम लगाने की जरूरत है. अगर आप किसी निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो अभी ना करें. सड़क पर गाड़ी चलाते हुए शराब के सेवन से बचें
हनुमान जी की पूजा-सेवा, लाल मुंह वाले बंदरों को भोजन देना और ग्रहण काल में हनुमान जी की चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करने से सूर्य ग्रहण के प्रभाव से राहत मिल सकती है. सूर्य ग्रहण के समय बिलकुल बाहर ना निकलें और भागवत का भी पाठ करें.