नई दिल्ली: स्पेन में अंडर-23 वर्ल्ड चैंपियनशिप (U-23 World Championships) होने वाला है। इस चैंपियनशिप में हिस्सा लेने से पहले भारतीय रेसलिंग फेडरेशन एक अजीब स्थिति में फंस गया है। इस चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए स्पेन में भारत के 21 रेसलर को वीजा नहीं दिया गया। भारतीय रेसलिंग फेडरेशन (Indian Wrestling Federation) स्पेन के दूतावास के फैसले से हैरान है। स्पेन के दूतावास ने अजीबोगरीब फैसले के चलते भारतीय खिलाड़ियों को वीजा नहीं मिल पाया है।
नेशनल फेडरेशन ने सोमवार को स्पेन के दूतावास के अजीबोगरीब फैसले के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि, भारतीय 21 खिलाड़ियों का वीजा केवल इसलिए खारिज कर दिया गया, क्योंकि स्पेन के दूतावास को संदेह है कि खिलाड़ी वीजा का समय खत्म होने के बाद भी देश नहीं छोड़ेंगे।
सोमवार से शुरू हुई चैंपियनशिप के लिए भारतीय रेसलिंग फेडरेशन ने 30 सदस्यीय टीम चुनी थी। लेकिन, स्पेन में 30 में सिर्फ 09 ही खिलाड़ियों को ही वीजा दिया मिल पाया है। इस चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाली सबसे बड़ी दावेदार मानी जा रही अंडर 20 वर्ल्ड चैंपियन अंतिम पंघाल भी उन 21 खिलाड़ियों में शामिल हैं, जिनका वीजा रद्द किया गया है।
डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने इस मामले में पीटीआई से कहा, ‘हमने इस तरह की स्थिति का सामना पहले कभी नहीं किया था। भारत सरकार का मंजूरी पत्र और वर्ल्ड रेसलिंग कुश्ती की संचालन संस्था यूडब्ल्यूडब्ल्यू का निमंत्रण पत्र दिखाने के बावजूद हमारे पहलवानों को तुच्छ आधार पर वीजा नहीं दिया गया। ‘उन्होंने कहा, ‘हमें आज शाम को नामंजूरी का पत्र मिला जब हमने जल्द से जल्द पासपोर्ट वापस करने का आग्रह किया था। यह वास्तव में अजीबोगरीब है। यह वास्तव में हमारी समझ से परे है कि अधिकारी इस नतीजे पर कैसे पहुंचे कि भारतीय पहलवान और कोच वापस भारत नहीं लौटेंगे।’