महाकुंभ में भगदड़ की कहानी…चश्मदीदों की जुबानी, जानिए कैसे चीख-पुकार में तब्दील हो गई मौनी अमावस्या?
प्रयागराज: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर संगम नोज पर भगदड़ मच गई। इस हादसे में 15 से ज्यादा श्रद्धालुओं के मरने की खबर है। वहीं कई लोगों के घायल होने की खबर है। हालांकि प्रशासन ने अभी तक किसी की मौत की पुष्टि नहीं की है। राहत और बचाव कार्य जारी है। घायलों को महाकुंभ स्थित केंद्रीय अस्पताल लाया जा रहा है। अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि कितने लोग घायल हैं और कितने गंभीर हैं। केंद्रीय अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दोपहर 3:30 बजे से करीब 22 एंबुलेंस केंद्रीय अस्पताल पहुंच चुकी हैं। बताया जा रहा है कि अखाड़ों को संगम नोज पर 5 बजे से स्नान करना था लेकिन भगदड़ के बाद उन्होंने अमृत स्नान रद्द करने का फैसला लिया है।
अखाड़ों ने रद्द किया अमृत स्नान
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने बताया कि लोगों की भीड़ को देखते हुए स्नान रद्द कर दिया गया है। रवींद्र पुरी ने कहा कि आज जो भगदड़ मची है उसे देखते हुए फैसला लिया गया है कि हम आज स्नान नहीं करेंगे। पूरे मेला क्षेत्र में करोड़ों श्रद्धालु आए हैं। इसे देखते हुए सभी से आज का स्नान निरस्त करने की अपील की गई है। अब हम अगली बसंत पंचमी को स्नान करेंगे।
जो जहां है वहीं स्नान करे: रविंद्र पुरी
रवींद्र पुरी ने कहा कि ऐसा तो होना ही था। अनहोनी को कौन टाल सकता है। इसलिए हमने तय किया है कि आज स्नान नहीं करेंगे। जाने-अनजाने में जो भी मृतात्माएं मरी हैं, उनकी आत्मा को शांति मिले। इसके लिए हम मां गंगा से प्रार्थना करते हैं। रवींद्र पुरी ने कहा कि हमने सभी से आह्वान किया था। लेकिन अब हम लोगों से संगम न जाने की अपील करते हैं। मौनी अमावस्या पर जहां भी हों, वहीं स्नान करें।
चश्मदीदों ने बयां किया हाल
कर्नाटक के बेलगाम की महिला सरोजिनी ने बताया कि संगम नोज पर अचानक भीड़ बढ़ गई और खंभा टूटकर गिर गया और भगदड़ मच गई। उनके साथ आए बुजुर्ग दंपती घायल हो गए। गोंडा के दर्जी कुआं निवासी जोखू लाल ने बताया कि भगदड़ में उनके चाचा ननकन (44) की मौत हो गई। वे शव लेने सेंट्रल अस्पताल आए हैं।
संगम की नोज पर क्या हुआ?
उधर, बलिया के नगरा निवासी बलजीत सिंह ने बताया कि भीड़ बहुत ज्यादा हो गई थी। साथ आए लोग घायल हो गए। कई लोग दब गए हैं। उन्होंने बताया कि 13 लोग निकल गए हैं। सलमान अली ने बताया कि घटनास्थल पर स्थिति अब सामान्य हो गई है। घटना संगम नोज पर हुई, जहां अखाड़ों का अमृत स्नान होना है। लोगों को बैरिकेडिंग लगाकर रोका गया था, घटना के बाद बैरिकेडिंग खोल दी गई है।
सासाराम बिहार साजन डेरा, बिहार निवासी श्याम नारायण और उनकी पत्नी बबीता के साथ सात लोग आए थे। उनका डेढ़ साल का पोता भगदड़ में गिर गया। उसका सेंट्रल अस्पताल में इलाज चल रहा है। उनका सारा सामान संगम पर ही छूट गया। एंबुलेंस लगातार आ रही हैं।
कंट्रोल में हैं हालात
फिलहाल, मौके पर स्थिति कंट्रोल में है। अगर आपका भी कोई प्रियजन महाकुंभ में संगम स्नान के लिए गया हुआ है तो पैनिक करने की ज़रूरत नहीं है। सभी को संयम से काम लेना है। प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है, वहीं सीएम योगी भी घटना की पल-पल की रिपोर्ट ले रहे हैं।