हमारे देश में कई ऐसे लोग है जो समाज की भलाई के लिए अपना सबकुछ दाव पर लगा देते है लेकिन कभी लाइम लाइट में नहीं आना चाहते. आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने बच्चों की भलाई के लिए ना जाने कितने काम किये लेकिन कभी इसका जिक्र किसी से नहीं किया. केरल के उडुपी में कटपडी गांव के रहने वाला ये शख्स पेशे से मिस्त्री है. बहुत ज्यादा कमाई नहीं है लेकिन पेट पालने के लिए 500 रूपए तक कमा लेते है. ये शख्स अभी तक कई बीमार बच्चों के इलाज के लिए लाखों रूपए खर्च कर चुके है.
अब आप सोच रहे होंगे कि 500 रूपए कमाने वाला शख्स लाखों रूपए कैसे खर्च कर सकता है. तो चलिए हम आपको बताते है कि उन्होंने ऐसा कैसे किया. दरअसल चार साल पहले इस शख्स को अवंतिका नाम की एक लड़की मिली जिसका एक हाथ काम नहीं करता था. पता चला कि लड़की के मां-बाप उसका इलाज कराने में सक्षम नहीं है तो उन्होंने लड़की का इलाज करने की ठानी. उन्होंने ‘फॉन’ नाम के कहानियों के एक पात्र की तरह खुद को तैयार किया और शहर में पात्र का किरदार निभाने सड़कों पर उतर गए. ऐसा करके उन्होंने 3 लाख रुपये से भी ज्यादा धनराशि जमा कर ली और इससे अवंतिका की सर्जरी कराई.
बस फिर क्या था, एक नेक काम कर उन्होंने अपने मन में इस काम को आगे बढ़ने की ठान ली. हर साल जोड़ते है लाखों रुपये शायद आपको जानकर हैरानी होगी कि इस शख्स ने साल 2015-16 में करीब 8 लाख रुपये इकट्ठा किए, जिससे उन्होंने 5 बच्चों का इलाज कराया. इसी तरह इस साल भी उन्होंने करीब 5 लाख रुपये जोड़कर 7 बच्चों की सर्जरी कराई है. ये शख्स कोई हीरो नहीं है लेकिन इन बच्चों और समाज के लिए किसी हीरो से कम भी नहीं है.