लखनऊ: प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के.शर्मा ने भ्रष्टाचार एवं लापरवाही पर बिजली विभाग के दो अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की है। इसके पहले भी लापरवाही में चार अधिकारियों को सख्त सजा मिल चुकी है। फिर भी अधिकारी हैं, कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। कार्रवाई में अवर अभियंता, बौरूमऊ, बीकेटी ओम प्रकाश को निलंबित कर दिया गया है और अधिशासी अभियंता, विद्युत जानपद वितरण खंड, गोमती नगर विजय शंकर जौहरी को सेवा से पदच्युत (कपेउपेेमक) कर दिया गया है।
अवर अभियंता बौरूमऊ, पावर स्टेशन, बीकेटी में तैनात ओमप्रकाश पर चेकिंग के दौरान उपभोक्ता से रिश्वत मांगने का आरोप है और इस प्रकरण में उसका घूस मांगते लघु वीडियो एवं ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। जिसकी जांच के बाद सही पाया गया है। इस प्रकरण का संज्ञान लेकर ऊर्जा मंत्री ने सख्त कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से उसे निलंबित कर दिया है। निलम्बन अवधि में अवर अभियंता ओम प्रकाश कार्यालय अधिशासी अभियंता, विद्युत नगरीय वितरण खंड, रहीमनगर, लेसा ट्रांसगोमती, लखनऊ से संबंद्ध रहेंगे।
साथ ही इसी प्रकार के प्रकरण में 2021 के अधिशासी अभियंता, विद्युत जानपद वितरण खंड, गोमती नगर, विजय शंकर जौहरी को भी सख्त रुख अपनाते हुए जांच उपरांत सेवा से पदच्यूत (कपेउपेेमक) कर दिया गया है। अधिशासी अभियंता जौहरी पर भी एक ठेकेदार से उच्च अधिकारियों के नाम पर अवैध रूप से धन उगाही करने का वीडियो क्लिप वायरल हुआ था। जिस पर जांच के पश्चात जौहरी के भ्रष्टाचार में लिप्त पाये जाने, कार्यों में शिथिलता बरतने आदि का दोषी पाये जाने पर उन्हें सेवा से पदच्यूत कर दिया गया है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि मुख्यमंत्री जी एवं प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति के विपरीत कार्य करने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई में किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऊर्जामंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार जनता जनार्दन की सुख-सुविधाओं में डाका डालने वालों के खिलाफ किसी भी प्रकार की छूट नहीं देगी। अधिकारी/ कर्मचारी अपनी कार्य संस्कृति में बदलाव लाकर जनता की सेवा करें अन्यथा कार्रवाई/दण्ड भुगतने के लिए तैयार रहे।