बीजिंग (Beijing) । जलवायु परिवर्तन (Climate change) का असर पूरी दुनिया में देखा जा रहा है। दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकत यह नहीं कह सकती कि उसे इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। चीन (China) भी उनमें से एक है, जहां बाढ़ और सूखा (Floods and droughts) दोनों एक साथ देखा जा रहा है। वहीं चीन के हेनान प्रांत के एक छोटे शहर में अचानक बाढ़ आ गई। ऐसा इसलिए क्योंकि यहां 24 घंटे में लगभग एक साल की बारिश हो गई। चरम मौसम की घटना दक्षिणी चीन से मध्य और उत्तरी प्रांतों की ओर बढ़ रहे तूफानों के बदलते पैटर्न का हिस्सा है। स्थानीय अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं।
राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमानकर्ताओं की रिपोर्ट के मुताबिक नानयांग शहर की सीमा के भीतर एक शह दाफेंगयिंग में एक ही दिन में 606.7 मिमी (24 इंच) बारिश दर्ज की गई। यह मात्रा क्षेत्र की औसत वार्षिक वर्षा 800 मिमी के लगभग बराबर है। यह घटना की असाधारण प्रकृति दिखाती है। गंभीर मौसम को देखते हुए हेनान प्रांत के अधिकारियों ने मंगलवार को तड़के नानयांग के लिए सबसे कड़े बाढ़ नियंत्रण उपाय लागू किए। मंगलवार देर रात तक भारी बारिश से उस क्षेत्र के प्रभावित होने की उम्मीद है जहां हेनान, शेडोंग और अनहुई प्रांत से मिलता है।
चीन के इन इलाकों में रेड अलर्ट
चरम मौसम हेनान तक ही सीमित नहीं है। तूफान और अचानक बाढ़ की पूर्व चेतावनी जारी करने के बाद बीजिंग ने कई उपनगरीय ट्रेन लाइनों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया हैं। उत्तर-पश्चिमी प्रांत गांसु के कांग काउंटी ने बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया। भारी बारिश के कारण बाढ़ की चेतावनी दी गई है। मौसम के मिजाज में इस अचानक बदलाव से एक महीने पहले उत्तरी चीन में सूखी जैसी स्थिति देखी गई थी। जबकि दक्षिणी प्रांतों में अप्रैल से जून तक रेकॉर्ड बारिश हुई। अचानक इस तरह का बदलाव मौसम में परिवर्तन को दिखाता है।
अफगानिस्तान में भी आई बाढ़
चीन के सबसे लंबे जलमार्ग यांग्त्जी नदी के जल स्तर पर अधिकारी बारीकी से नजर रखे हुए हैं। जैसे-जैसे चीन इन चरम मौसम की घटनाओं से जूझ रहा है, बढ़ी हुई आपदा तैयारियों और जलवायु अनुकूलन रणनीतियों की जरूरत तेजी से बढ़ने लगी है। चीन के अतिरिक्त अफगानिस्तान, बांग्लादेश, भारत, नेपाल में भी बाढ़ देखी गई है। 15 और 16 जुलाई को भारी बारिश के कारण अफगानिस्तान में बाढ़ देखी गई। इसमें अब तक 40 लोगों की मौद हो चुकी है और 251 घायल हुए हैं।