नई दिल्लीं : ग्रहों के राजा सूर्यदेव 21 जून दिन शुक्रवार को सुबह अपनी चाल बदलकर दक्षिणायन में प्रवेश करेंगे. सूर्यदेव जैसे ही दक्षिण में प्रवेश करेंगे, उसके साथ ही वर्षा ऋतु का विधिवत शुभारंभ हो जाएगा. शुक्रवार की रात को सूर्यदेव का आर्द्रा नक्षत्र में भी प्रवेश होगा. सूर्यदेव के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश से इस बार अच्छी बारिश का योग बन रहा है. इतना ही नहीं बल्कि 21 जून शुक्रवार को साल का सबसे बड़ा दिन भी होगा और रात करीब 10 घंटे की होगी.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, ग्रहों के राजा सूर्यदेव शुक्रवार की सुबह उत्तरायण से दक्षिणायन की तरफ चलना शुरू कर देंगे. इसके साथ ही ग्रीष्म ऋतु (गर्मी का मौसम) से वर्षा ऋतु (बारिश का मौसम) में परिवर्तन भी हो जाएगा. सबसे खास बात ये है कि 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन होगा. शुक्रवार को दिन का समय 13 घंटे 42 मिनट का रहेगा और रात 10 घंटे 18 मिनट की होगी.
शुक्रवार के दिन सूर्य कर्क रेखा के बेहद करीब होंगे, जिसकी वजह से नो शेडो जोन बन जाएगा. यानी दोपहर में करीब 12:30 बजे मनुष्य की छाया नजर नहीं आएगी. इसका असर बांसवाड़ा व डूंगरपुर में ज्यादा देखने को मिलेगा. इसके अलावा कर्क रेखा मध्यप्रदेश के भोपाल, उज्जैन, जबलपुर, शहडोल शहरों से और राजस्थान, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल के राज्यों से गुजरती है.
सूर्यदेव के आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश से कहीं ज्यादा तो कहीं कम बारिश का योग बन रहा है. 21 जून की रात 12:06 बजे सूर्यदेव आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे, जिससे वर्षा का प्रारंभ काल बेहतर होगा. मानसून की रुकावट हटेगी और मानसून गति पकड़ेगा. इस बार पश्चिमी राजस्थान के जयपुर, टोंक व कोटा में आर्द्रा प्रवेश के दौरान कुंभ लग्न बन रहा है, जबकि अलवर, दौसा, धौलपुर समेत अन्य शहरों में मीन लग्न प्रभावी रहेगा. ऐसी स्थिति में कहीं ज्यादा व कहीं अधिक बारिश हो सकती है.