सुप्रिया सुले NCP में बड़े रोल की तैयारी में, अजित फिर अलग-थलग, शरद पवार के इस्तीफे के बाद अब किसे पार्टी की कमान!
नई दिल्ली/मुंबई. जहां एक तरफ बीते मंगलवार को NCP चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) के इस्तीफे की घोषणा के साथ ही महाराष्ट्र (Maharashtra) की राजनीति का तव अब जबरदस्त रूप से गर्म हो चूका है। वहीं एक बड़ी चर्चा अब इस बात पर है कि, उनका उत्तराधिकारी कौन होगा। वैसे अब तो यह माना तो यह जा रहा है कि, शरद पवार अपनी राजनीतिक विरासत अपनी बेटी सुप्रिया सुले को ही सौंप सकते हैं। वहीं बारामती से तीन बार की सांसद सुप्रिया को लेकर माना जा रहा है कि, वे अब राष्ट्रीय राजनीति में बड़ी भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं।
इधर पवार की रिटायरमेंट की घोषणा के साथ ही सुप्रिया सुले पार्टी में पूरी तरह से सक्रिय भी हो गई हैं। यह भी खबर है कि, अब उनके चचेरे भाई अजीत पवार धीरे धीरे हाशिये पर आ गए हैं। हालांकि खुद सुप्रिया ने भी फिलहाल पार्टी चीफ शरद पवार से अपने फैसले पर पुर्नविचार का आग्रह किया है। लेकिन फिर भी बावजूद राजनीतिक गलियारों में यह कयासबाजी तेज हो चुकी है। इसकी वजह ये है कि, बीते कुछ वर्षों में जिस प्रकार शरद पवार के तले सुप्रिया सुले का राजनीतिक कद बढ़ा है और वे अब पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालने लगी हैं।
देखा जाए तो जहां पवार के इस्तीफे के बाद पार्टी के कई नेता उनसे निर्णय बदलने की अपील कर रहे हैं वहीं उनके भतीजे अजित पवार (AJit Pawar) इस मुद्दे पर अपनी अलग ही राय रखते हैं। अजित पवार ने शरद पवार की बेटी और एनसीपी नेता सुप्रिया सुले (Supriya Sule) को सलाह दी है कि वह इस मुद्दे पर कुछ भी न कहें। वहीं अजित पवार यह भी कहते हैं कि पवार साहेब हमेशा NCP परिवार के प्रमुख रहेंगे। जो कोई भी अध्यक्ष होगा वह पवार साहेब के दिशानिर्देश पर काम करेगा।
हालांकि अब मौजूदा स्थिति को देखते हुए पार्टी नेताओं ने भी इच्छा जताई है कि, अजित पवार से किसी तरह का विवाद पैदा होने से पहले ही खुद शरद पवार को अब जिम्मेदारी तय कर देनी होगी। पता हो कि, NCP चीफ ने तीन युवा नेताओं को आगे बढ़ाया था। इनमें बेटी सुप्रिया सुले, भतीजे अजित पवार और NCP के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल शामिल हैं। लेकिन अब बड़ी दुविधा यह है कि, इन तीनों में से किस के सिर पर पार्टी का ताज सजेगा। लेकिन आखिर निर्णय तो वही मान्य होगा, जो खुद शरद पवार लेंगे।