स्वतंत्र देव सिंह ने सीतापुर में बाढ़ संबंधी कार्यों एवं योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर अधिकारीयों को दिए आवश्यक निर्देश
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के जलशक्ति (सिंचाई एवं जल संसाधन, बाढ़ नियन्त्रण, परती भूमि विकास, लघु सिंचाई, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग) मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने आज जनपद सीतापुर कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान जनपद में संचालित बाढ़ संबंधी कार्यों एवं योजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने प्रशासन एवं सिंचाई विभाग द्वारा अभी तक की गयी तैयारियों की समीक्षा भी की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी कार्यों को 30 जून तक अवश्य पूर्ण करा लिया जाये।
जलशक्ति मंत्री ने सभी अधिकारियों को पूर्ण मनोयोग से कार्यों को करने, नियमित रूप से क्षेत्र भ्रमण करने एवं अधीनस्थों के कार्यों की समीक्षा किये जाने हेतु भी प्रेरित किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यों को प्रभावी रूप से समय से निष्पादित कराये जाने हेतु कार्ययोजना बनाकर कार्य प्रारम्भ कराया जाये, समय-समय पर मानीटरिंग की जाये एवं कार्य पूर्ण होने पर समीक्षा भी अवश्य की जाये। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने अधीनस्थों से नियमित रूप से संवाद अवश्य करें एवं उनके दायित्वों के विषय में उन्हें अवगत कराकर कार्यों को पूर्ण किये जाने हेतु प्रोत्साहित भी करें।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी सीतापुर ने बाढ़ से पूर्व प्रशासन द्वारा की गयी तैयारियों के विषय में बताते हुये कहा कि जनपद में तीन तहसीलें बिसवां, महमूदाबाद एवं लहरपुर बाढ़ से प्रभावित हैं जिनमें राजस्व विभाग के साथ-साथ अन्य विभागों द्वारा भी बाढ़ के दृष्टिगत आवश्यक कार्य कराये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राजस्व विभाग के अन्तर्गत बाढ़ राहत सेल एवं कन्ट्रोल रूम की स्थापना के साथ-साथ राहत, खोज एवं बचाव के कार्यों हेतु संबंधित विभागों से निरन्तर समन्वय एवं संवाद किया जा रहा है। सूचना प्रसार सेल, चिकित्सा सेल एवं राहत वितरण हेतु समिति के गठन के साथ-साथ इनके नोडल अधिकारियों की तैनाती भी कर दी गयी है।
अन्तर्विभागीय समन्वय स्थापित किये जाने के साथ-साथ गांवों की साफ-सफाई एवं राहत शिविरों की स्थापना हेतु भी संबंधित विभागों द्वारा कार्यवाही की जा रही है। बाढ़ चौकियों एवं राहत शिविरों की स्थापना हेतु स्थलों का चयन उपजिलाधिकारियों के माध्यम से कराया जा चुका है। गांवों में ग्राम आपदा प्रबंधन समिति के गठन के साथ-साथ उनकी नियमित बैठकें आयोजित करायी जा रही है। गांवों में लोगों को जागरूक किये जाने के साथ-साथ क्लोरीनेशन आदि की व्यवस्था भी की जा रही है। नाव, मोटर वोट एवं गोताखोरों के विवरण को भी सूचीबद्ध किया जा चुका है, जिससे आवश्यकतानुसार इनका उपयोग किया जा सके। उन्होंने मा0 मंत्री जी को आश्वस्त किया कि उनके निर्देशों का शतप्रतिशत पालन सुनिश्चित कराया जायेगा। उपजिलाधिकारी लहरपुर, उपजिलाधिकारी बिसवां एवं उपजिलाधिकारी महमूदाबाद ने भी तहसील स्तर पर किये गये कार्याे के विषय में जानकारी दी।