मॉनसून बढ़ाएगा किसानों की टेंशन? जान लीजिए मौसम का पूर्वानुमान
“का बरखा, जब कृषि सुखाने. समय चुके फिर का पछताने”… रामचरितमानस में तुलसीदास द्वारा उपयोग की गई ये पंक्ति इस बार भी सही साबित हो सकती है. मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, इस साल भी किसानों से इंद्रदेव रुठे नजर आ सकते हैं. इसके…
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