विश्वकर्मा श्रम सम्मान से मिला परंपरागत पेशे के लोगों को सम्मान, पांच साल में करीब दो लाख लोगों को…
लखनऊ: पांच साल पहले शुरू "विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना" परंपरागत पेशे से जुड़े स्थानीय दस्तकारों और कारीगरों के लिए संजीवनी बन गई है। साथ ही लोकल फ़ॉर वोकल और आत्मनिर्भर भारत की मजबूत बुनियाद बन रही है। योजना के तहत अब तक करीब 2 लाख श्रमिकों…
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