इस्लामाबाद: अफगानिस्तान में पनाह लिए दुर्दांत आतंकवादी अल-कायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी को अमेरिका ने ड्रोन की मदद से मार गिराया था। अफगानिस्तान में मुल्ला उमर के बेटे और तालिबान सरकार के रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने अमेरिकी ड्रोन हमले में पाकिस्तान का हाथ होने की बात कही है। मुल्ला याकूब के निशाना साधते ही पाकिस्तान के माथे पर चिंता की लकीरें देखने को मिल रही हैं। पाकिस्तान ने मुल्ला याकूब के आरोपों को अनुमानित आरोप करार दिया। पाकिस्तान ने इसे खेदपूर्ण बताते हुए कहा कि ये जिम्मेदार राजनयिक आचरण के मानदंडों का उल्लंघन है। दरअसल हाल ही में अमेरिका ने एक ड्रोन हमले में अल-कायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया था।
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘अफगान मंत्री ने खुद स्वीकार किया है कि सबूतों का अभाव है। ये अनुमानित आरोप हैं जो बेहद खेदजनक हैं। जिम्मेदार राजनयिक आचरण के मानदंडों की ये अवहेलना है।’ मुल्ला याकूब ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि उसी ने अमेरिकी ड्रोन को अफगानिस्तान में घुसने का रास्ता दिया है। मुल्ला याकूब ने कहा कि उनके खुफिया तंत्र ने ये जानकारी दी है।
मुल्ला याकूब ने कहा, ‘अमेरिकी सेना ने अफगानिस्तान से वापसी के दौरान देश के रेडॉर को नष्ट कर दिया। हालांकि हमारा खुफिया तंत्र बताता है कि पाकिस्तान के रास्ते अमेरिकी ड्रोन अफगानिस्तान में घुसे हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘हम पाकिस्तान से मांग करते हैं कि वह अमेरिका को अपने हवाई क्षेत्र को इस्तेमाल की मंजूरी न दे।’ तालिबान का ये बयान तब आया है जब पाकिस्तान दावा करता रहा है कि उसने अपने हवाई क्षेत्र में अमेरिका को एक्सेस नहीं दिया।
अमेरिका के रीपर ड्रोन ने काबुल में छिपे अलकायदा सरगना जवाहिरी को हेलफायर मिसाइल के जरिए मार गिराया था। जवाहिरी तालिबान की सुरक्षा में था। जब से अल जवाहिरी मारा गया है, तब से तालिबान और पाकिस्तान के बीच तनाव है। रिपोर्ट्स तो ये भी कहती हैं कि ड्रोन स्ट्राइक के बारे में जानते हुए भी पाकिस्तान ने अल जवाहिरी को मरने दिया।