नई दिल्ली : टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा पावर ने भूटान में 5,000 मेगावाट की क्लीन एनर्जी कैपिसिटी के डेवलपमेंट के लिए एक बड़ी डील की है। यह डील भूटान की कंपनी ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीजीपीसी) के साथ की गई है। बता दें कि डीजीपीसी, ड्रुक होल्डिंग एंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड की सब्सिडयरी है। यह भूटान की एकमात्र बिजली उत्पादन कंपनी है।
टाटा पावर ने कहा कि यह एशिया के क्लीन एनर्जी सेक्टर में दोनों देशों की दो प्रमुख बिजली कंपनियों के बीच सबसे बड़ी साझेदारी है। इस डील के तहत कम-से-कम 5,000 मेगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट विकसित की जाएंगी। इसमें 1,125 मेगावाट क्षमता की डोरजिलुंग जलविद्युत परियोजना सहित 4,500 मेगावाट क्षमता की जलविद्युत परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अलावा, टाटा पावर की सब्सिडयरी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड 500 मेगावाट की सोलर प्रोजेक्ट्स (टीपीआरईएल) विकसित करेगी।
टाटा पावर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा- टाटा पावर की ड्रुक ग्रीन पावर कॉरपोरेशन के साथ साझेदारी क्षेत्र में पसंदीदा क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट के रूप में हमारी साख को मजबूत करती है। हम मिलकर 5,000 मेगावाट की क्लीन एनर्जी कैपिसिटी सृजित करेंगे। यह पार्टनरशिप भूटान की जलविद्युत क्षमता का उपयोग करने में मदद करेगी और भरोसेमंद तथा 24 घंटे क्लीन एनर्जी आपूर्ति के जरिये दोनों देशों की बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करेगी।
बता दें कि टाटा पावर का 2008 से डीजीपीसी के साथ एक लंबे समय से संबंध रहा है। उस समय दोनों कंपनियां भूटान के जलविद्युत क्षेत्र में पहली सार्वजनिक-निजी भागीदारी के रूप में 126 मेगावाट क्षमता की दगाछू जलविद्युत संयंत्र को सफलतापूर्वक विकसित करने के लिए साथ आई थीं। टाटा पावर के पास 1,200 किलोमीटर लंबी टाला ट्रांसमिशन लाइन परियोजना भी है। कंपनी इसके जरिये भूटान से भारत तक स्वच्छ बिजली पहुंचाती है।
बीते कुछ समय से टाटा पावर के शेयर में उतार-चढ़ाव का माहौल है। सप्ताह के तीसरे दिन बुधवार को टाटा पावर के शेयर 0.83% बढ़कर 408.10 रुपये पर बंद हुए। ट्रेडिंग के दौरान शेयर की कीमत 417.80 रुपये पर पहुंच गए। 27 सितंबर 2024 में शेयर की कीमत 494.85 रुपये के स्तर तक पहुंच गई। यह शेयर के 52 हफ्ते का हाई है।