नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार ने आयकर दर में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। इसके बावजूद पिछले 3-4 साल में कर संग्रह में इजाफा देखा गया है। सीतारमण ने कहा कि कर संग्रह के सिस्टम में दक्षता लाने के चलते टैक्स कलेक्शन बढ़ा है।
वित्त मंत्री ने सोमवार देर शाम नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में 164वें आयकर दिवस के अवसर पर आयकर अधिकारियों को संबोधित करते हुए यह बात कही। सीतारमण ने कहा कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने इनकम टैक्स फाइलिंग प्रोसेस और रिफंड प्रक्रिया के लिए बहुत काम किया है, जिससे टैक्स चोरी पर लगाम लगी है। उन्होंने कहा कि पिछले साल के मुकाबले आयकर रिटर्न फाइलिंग, रिफंड और असेसमेंट में काफी प्रगति देखने को मिली है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि नए इनकम टैक्स रिजिम में जिनकी सालाना आय 7.27 लाख रुपये है, उन्हें नए टैक्स रिजिम के तहत इनकम टैक्स देने की जरुरत नहीं है। वित्त मंत्री ने कहा कि नए इनकम टैक्स रिजिम में पहली बार 50 हजार रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन को शामिल किया गया है। इस अवसर पर आयकर विभाग की यात्रा पर एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई यह फिल्म कर अनुपालन में आसानी और बेहतर करदाता सेवाएं प्रदान करने के लिए आईटीडी द्वारा किए गए सुधारों को प्रदर्शित करता है।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अधिक औपचारिक होती जा रही है। सीतारमण ने कहा कि आयकर को लोगों के अनुकूल बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी, राजस्व सचिव संजय मल्होत्रा और सीबीडीटी के अध्यक्ष नितिन गुप्ता उपस्थित थे।
इस मौके पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के चेयरमैन नितिन गुप्ता ने बताया कि वित्त वर्ष 2022-23 के लिए अबतक चार करोड़ से अधिक आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल किए गए हैं। इनमें से आधे से अधिक की जांच-परख पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग ने अबतक 80 लाख रिफंड जारी किए हैं।