नई दिल्ली : पश्चिमी विक्षोभ के एकाएक सक्रिय होने से उत्तराखंड में हुई बारिश और बर्फबारी ने उत्तराखंड में सर्दी की आमद करा दी है। कुमाऊं के पहाड़ी जिलों में मौसम ठंडा हो गया है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में हुई ताजी बर्फबारी ने पर्वतीय जिलों में पारा औसतन 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंचा दिया है। उधर हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के जनजातीय इलाकों और ऊंचे पर्वतीय इलाकों में मंगलवार को मध्यम बर्फबारी हुई, जबकि शिमला जिले के नारकंडा और खड़ापत्थर में इस महीने की पहली बर्फबारी हुई। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) के ऊंचाई वाले इलाके में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहने के कारण शीतलहर की स्थिति उत्पन्न हो गई।
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में दारमा क्षेत्र के कई माइग्रेशन गांवों और उच्च हिमालयी क्षेत्र में बर्फबारी हुई है। मौसम के इस बदलाव के बाद मुनस्यारी में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री और अधिकतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। उच्च हिमालयी क्षेत्र से लगे इलाकों में कई जगह अक्तूबर में 50 साल बाद 10 हजार 200 फीट तक की ऊंचाई में भी बर्फबारी ने लोगों को हैरत में डाल दिया है। सीमांत जिले के खलिया, नागनीधुरा के साथ कई अन्य जगह बर्फबारी हुई है। मुनस्यारी के पर्यटक स्थल खलिया में पारा माइनस एक डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। उधर, पिथौरागढ़ शहर में सोमवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री दर्ज किया गया था, जो मंगलवार को 20 डिग्री पहुंच गया। यहां न्यूनतम तापमान 10 डिग्री दर्ज किया गया।
बागेश्वर जिले में सोमवार की बारिश और ओलावृष्टि के बाद ठंड बढ़ गई है। जिले के पिंडारी और मैकतोली में इस सीजन का पहला हिमपात हुआ है। घाटी वाले क्षेत्रों में कोहरा भी छाने लगा है। जिले में अधिकतम तापमान 16 डिग्री और न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर में न्यूनतम तापमान आठ और अधिकतम 14 डिग्री सेल्सियस रहा। चम्पावत जिले में लोहाघाट स्थित एबटमाउंट जिले का सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां अधिकतम तापमान 16 और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
सरोवरनगरी नैनीताल में सोमवार की बारिश के बाद मंगलवार को बादल छाए रहे। यहां न्यूनतम तापमान 9 डिग्री और अधिकतम 17 डिग्री होने से ठंड ने दस्तक दे दी है। कुमाऊं के मैदानी क्षेत्रों में भी पोस्ट मानसून बारिश ने मौसम में ठंडक ला दी है। भाबर क्षेत्र के हल्द्वानी में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 17 और अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहा। तराई क्षेत्र के ऊधमसिंह नगर जिले में रुद्रपुर का अधिकतम तापमान मंगलवार को 28 और न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हिमाचल प्रदेश के जनजातीय इलाकों और ऊंचे पर्वतीय दर्रों में मंगलवार दोपहर तीन बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि के दौरान मध्यम बर्फबारी हुई, जबकि शिमला जिले के नारकंडा और खड़ापत्थर में इस महीने की पहली बर्फबारी हुई। इससे तेज शीत लहर चली। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शिमला, सिरमौर, मंडी, चंबा और कुल्लू में ऊंचाई वाले आदिवासी क्षेत्रों और अन्य ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं में शीत लहर की स्थिति देखी गई क्योंकि पारा जमाव बिंदु से तीन से पांच डिग्री नीचे रहा।
शिमला मौसम कार्यालय के निदेशक सुरिंदर पॉल ने कहा,‘उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार लाहौल और स्पीति, किन्नौर, रोहतांग दर्रा, चूड़धार पर्वतमाला, जलोरी दर्रा और जोत (चंबा) में बर्फबारी हुई, जबकि शिमला जिले में नारकंडा, खड़ापत्थर और हाटू चोटी पर अक्तूबर में पहली बार बर्फबारी हुई।’
जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में भूस्खलन होने के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग मंगलवार को यातायात के लिए बंद कर दिया गया, जिससे 200 से अधिक वाहन वहां फंस गए। अधिकारियों ने बताया कि ऊंचाई वाले इलाके में बर्फबारी और जम्मू क्षेत्र के मैदानी इलाकों में बारिश का सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहने के कारण यहां शीतलहर की स्थिति उत्पन्न हो गई। अधिकारी ने बताया कि रास्ते की सफाई कर मलबा हटाने का काम जारी है, लेकिन भारी बारिश के कारण इसमें परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि कश्मीर घाटी में शोपियां को पुंछ से जोड़ने वाली मुगल रोड लगातार दूसरे दिन बर्फबारी के कारण यातायात के लिए बंद कर दी गई है। मौसम विभाग ने कहा कि कुछ इलाकों में हल्की बारिश और बर्फबारी जारी रह सकती है।