दिल्ली में आयोजित क्रॉप लाइफ इंडियाज के 42वें राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रदेश के कृषि मंत्री ने की सहभागिता
लखनऊ: बदली हुई वैश्विक परिस्थितियों में पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य की रक्षा के लिए कृषि क्षेत्र की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होने जा रही है। उत्तर प्रदेश का कृषि विभाग किसानों के कल्याण और कृषि उत्पादन से प्रदेश की समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। यह बात आज उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने दिल्ली में क्रॉपलाइफ इंडियास द्वारा आयोजित 42 वें राष्ट्रीय सम्मेलन में कही।
क्रॉप लाइफ इंडियाज द्वारा श्सस्टेनेबल ग्रोथ ऑफ़ एग्रीकल्चर फॉर सेल्फ रिलायंट इंडियाश् विषय पर आयोजित 42 वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने, लागत घटाने तथा गुणवत्तापूर्ण कृषि उत्पादों का वैल्यू एडिशन करके उन्हें अंतर्राष्ट्रीय बाजार उपलब्ध कराकर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सरकार ने सिंचाई क्षेत्र का विस्तार करने, खाद-बीज तथा उर्वरक के उत्पादन के लिए देशी-विदेशी निवेशकों को आकर्षित करने तथा रासायनिक पेस्टिसाइड के स्थान पर बायोपेस्टिसाइड के उत्पादन को बढ़ावा देने जैसे महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
शाही ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश गेहूं, चावल, दलहन, तिलहन, सब्जी, गन्ने व दूध के उत्पादन में लगातार अग्रणी राज्य बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि देश में सर्वाधिक गन्ना मूल्य ₹350 प्रति क्विंटल उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिया जा रहा है। किसानों की कृषि उत्पादन लागत को घटाने के लिए उनके बिजली बिलों में 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पिछले 5 वर्षों में लगभग एक दर्जन परियोजनाओं के माध्यम से प्रदेश की 25 लाख हेक्टेयर भूमि में सिंचाई सुविधा का विस्तार किया गया है। 1977 से लंबित बाणसागर परियोजना का कार्य पूरा करा कर, मध्य गंगा कैनाल योजना, अर्जुन बांध परियोजना तथा सरयू नहर परियोजना के माध्यम से उत्तर प्रदेश में सिंचाई क्षेत्र का विस्तार करके इसे 76.63 प्रतिशत तक पहुंचा दिया गया है।