नई दिल्ली. कहा जा रहा है कि ब्रिटेन (Britain) के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) अगले आम चुनाव के दौरान अपनी सीट गंवा देंगे। ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि यह जानकारी हाल ही में किए गए एक पोल सर्वे में सामने आई है। यह सर्वे ‘सावंता’ कंपनी की ओर से किया गया। ‘सावंता’ ने अपने एक बयान में कहा कि, विपक्षी लेबर पार्टी आगामी चुनाव में 314 सीटों के बहुमत को हासिल कर लेगी। इनके पोल सर्वे के अनुसार लेबर पार्टी को 48% और कंजरवेटिव पार्टी को 28% लोगों ने पसंद किया है।
क्या कहता है ‘सावंता’ का सर्वे
इतना ही नहीं इस सर्वे के अनुसार, यॉर्कशायर में सुनक अपनी और लिंकनशायर के उत्तर में अन्य सभी सीटों को भी इस बार के चुनाव में खो देंगे। साथ ही साथ कंजरवेटिव पार्टी को लगभग इस बार 300 सीटों का साफ़ नुकसान होगा। ‘सावंता’ ने 2 दिसंबर से बीते 5 दिसंबर के बीच 6,237 ब्रिटिश लोगों से बातचीत के आधार पर ये डेटा सैंपल पेश किया है।
डेल्टापोल के सर्वे में भी सुनक की पार्टी कमजोर
उधर डेल्टापोल की ओर से जारी एक अलग सर्वे किया गया है, जिसमें 1,088 लोगों ने इस बार लेवर पार्टी को 45% और कंजरवेटिव पार्टी को 32 % पसंद बताया है। इधर माल और इस सर्वे पर ‘सावंता’ के पॉलिटिकल रिसर्च डायरेक्टर क्रिस हॉपकिंस ने जारी अपने एक बयान में कहा, ‘सावंता के परिणाम’ व्यापक रूप से अलग-अलग दो दलों की किस्मत को दिखा दिखा रहे हैं, लेकिन कुछ अनुमानों के साथ मार्जिनल रिजल्ट का संकेत भी इससे साफ़ मिल जाता है, जिसमें ये देखा गया है कि अगर ऋषि सुनक मौजूदा लेबर पार्टी के उठाए गए मसलों पर काम नहीं करते हैं तो परिणाम यहां कुछ और ही होंगें। जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
2019 के आम चुनाव के अनुरूप नहीं
जानकारी दें कि बीते 2019 के आम चुनाव में कंजरवेटिव पार्टी ने 365 सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन फिर बाद में कुछ सीटों पर हुए उपचुनाव में उसकी हार भी हुई, जिसके चलते पार्टी के पास अब 356 सीटें हैं। मौवहीं अब ‘सावंता’ के मौजूदा सर्वे की मानें तो सुनक की पार्टी केवल 69 सीटों पर जीत हासिल कर सकेगी और लेबर पार्टी 482 तक का आंकड़ा छू सकती है। साथ ही स्कॉटिश नेशनल पार्टी 55 और लिबरल डेमोक्रेट्स 21 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
सर्वे का नया तरीका
जानकारी दें कि सावंता का डेटा इलेक्टोरल कैलकुलस द्वारा तथाकथित मल्टी रिग्रेसन एंड पोस्ट-स्ट्रेटिफिकेशन (MRP) मॉडलिंग के अधीन था। MRP पोलिंग एक अभी हाल की तकनीक है जिसका उद्देश्य तय मानक ओपिनियन पोल की तुलना में अधिक से अधिक विस्तृत भविष्यवाणी करना है।
सुनक के रास्ते में हैं रोड़े
लेकिन अब इन सर्वे से एक बात साफ़ हो गयी है कि, 2025 में होने वाले आम चुनाव के लिए सुनक को कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। साथ ही उनकी पार्टी और सत्ताधारी कंजर्वेटिव पार्टी को जिताने के लिए उन्हें अब एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ेगा। गौरतलब है कि, साल 2022 में पार्टी की साख में बट्टा बैठा जब सांसदों ने सुनक से पहले लिज़ ट्रस सहित दो प्रधानमंत्रियों को कुर्सी से उतारा।