केपटाउन : महिला प्रीमियर लीग के पहले संस्करण की नीलामी भले ही सिर्फ एक हफ्ता दूर है, लेकिन भारतीय टीम की कप्तान हरमनप्रीत की निगाहें पूरी तरह से महिला टी20 वश्वि कप 2023 पर जमी हुई हैं। हरमनप्रीत ने रविवार को संवाददाता के सवाल पर कहा, “उससे (नीलामी) पहले हमें एक बहुत महत्वपूर्ण मैच खेलना है और हम उसी पर ध्यान देंगे। विश्व कप किसी और चीज से ज्यादा महत्वपूर्ण है। हमारा ध्यान आईसीसी ट्रॉफी पर है। यह चीजें आती-जाती रहेंगी, लेकिन एक खिलाड़ी के रूप में आपको पता होता है कि आपके लिए क्या महत्वपूर्ण है और आपको किस तरह अपना ध्यान केंद्रित करना है।”
गौरतलब है कि डब्ल्यूपीएल के लिये खिलाड़ियों की नीलामी 13 फरवरी को होनी है, जबकि भारत को महिला टी20 वश्वि कप के अपने पहले मैच में 12 फरवरी को पाकस्तिान का सामना करना है। हरमनप्रीत ने कहा, “हम सब काफी परिपक्व हैं और जानते हैं कि हमारे लिये क्या महत्वपूर्ण (Important) है।”
भारतीय कप्तान को हालांकि उम्मीद है कि डब्ल्यूपीएल स्वदेश में क्रिकेट की तस्वीर बदल सकेगा। उन्होंने कहा, “यह (नीलामी) हमारे लिये बहुत बड़ा दिन है क्योंकि हम लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे हैं। अगले दो तीन महीने महिला क्रिकेट के लिये बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। हमने देखा है कि महिला बिग बैश लीग और द हंड्रेड ने किस तरह उन देशों का क्रिकेट सुधारने में मदद की है। उम्मीद है कि हमारे देश में भी ऐसा ही होगा।”
उन्होंने कहा, “यह बहुत ही अलग एहसास है। जब मुझे बड़े स्तर पर खेलने का अवसर मिला तो वह मेरे जीवन का सबसे बड़ा पल था। अन्य युवा लड़कियां भी यह अनुभव कर सकेंगी। यह क्रिकेट को सुधारने और उसका विकास करने के लिये बहुत बड़ा अवसर होगा।”
भारत की सीनियर महिला टीम के विश्व कप अभियान शुरू करने से करीब दो हफ्ते पहले अंडर-19 महिला टीम टी20 वर्ल्ड कप खिताब जीत चुकी है।हरमनप्रीत ने कहा कि जूनियर महिलाओं की इस उपलब्धि ने उन्हें एक और आईसीसी ट्रॉफी जीतने के लिये प्रेरित किया है। हरमनप्रीत ने कहा, “अंडर-19 वर्ल्ड कप देखने के बाद हम वह करने के लिये प्रेरित हुए हैं जो उन्होंने किया है। उन्होंने हमें अच्छा प्रदर्शन करने के लिये प्रेरित किया है। उन्होंने जो किया है वह हम अभी तक नहीं कर सके हैं।”
उन्होंने कहा, “यह हम सभी के लिये एक बहुत ही खास पल था। अंडर-19 देखने के बाद भारत में भी कई लड़कियां क्रिकेट खेलना चाहेंगी। हमारा हमेशा यही उद्देश्य रहता है कि युवा लड़कियों को प्रेरित किया जाये ताकि वह आगे चलकर क्रिकेट खेल सकें।”