नई दिल्ली: बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से हुई लोगों की मौत का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस घटना को लेकर शीर्ष अदालत में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है, जिसमें पीड़ित परिवारों के लिए मुआवजे का मुद्दा उठाया गया है। याचिका में मामले की जांच एसआईटी से करवाने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने मांग की है कि मामले की स्वतंत्र जांच की जाए। इसके साथ ही याचिका में अवैध शराब के निर्माण, व्यापार और बिक्री पर अंकुश लगाने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने की मांग की गई है।
गौरतलब है कि सारण के मशरक के आधा दर्जन गांवों में मंगलवार से शुरू हुआ मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार सुबह तक यहां जान गंवाने वालों का आंकड़ा 60 तक पहुंच गया है। इस बीच खबर है कि सीवान में भगवानपुर प्रखंड के सोधनी और ब्रह्मा स्थान गांव में जहरीली शराब पीने से चार लोगों की मौत हो गई है।
126 गिरफ्तार और 4000 लीटर अवैध शराब जब्त
सारण के जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि पिछले 48 घंटे में समूचे जिले में छापेमारी तेज कर दी गई है और जहरीली शराब बेचने वाले 126 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा, 4000 लीटर से अधिक अवैध शराब जब्त की गई है। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने साल 2016 (अप्रैल) में बिहार में शराब की बिक्री और खपत पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया था। वहीं इस घटना के सामने आने के बाद बीजेपी ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला बोला है।