सीहोर: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने गेल इंडिया लिमिटेड (GAIL India Limited) द्वारा सीहोर जिले (Sehore district) की आष्टा तहसील में लगाई जाने वाली देश की सबसे बड़ी एथेन क्रैकर परियोजना (ethane cracker project) को स्वीकृति प्रदान की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने आशा जताई है कि इस परियोजना से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और प्रदेश के औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा. सीएम यादव ने परियोजना के लिए आवश्यक भूमि आवंटन की शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए है.
बता दें राजधानी भोपाल से 80 किलोमीटर दूर स्थित आष्टा तहसील में लगभग 60 हजार करोड़ के निवेश से निर्मित होने वाली यह परियोजना देश की सबसे बड़ी एथेन क्रैकर परियोजना होगी. इस परियोजना में ग्रीन फील्ड पेट्रोकेमिकल परिसर भी प्रस्तावित है. इसके अंतर्गत एलएलडीपीई, एचडीपीई, एमईजी और प्रोपेलीन जैसे पेट्रोकेमिकल्स का उत्पादन होगा.
इस परियोजना से निर्माण अवधि के दौरान 15 हजार व्यक्तियों तथा संचालन अवधि के दौरान लगभग 5,600 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा. परियोजना में 70 हेक्टेयर की टाउनशिप भी प्रस्तावित है. परियोजना का भूमिपूजन आगामी फरवरी तक तथा वाणिज्यिक उत्पादन वित्त वर्ष 2030.31 में प्रारंभ होने की संभावना है. मध्य प्रदेश भवन में आयोजित बैठक में मध्यप्रदेश राज्य औद्योगिक विकास निगम के प्रबंध संचालक चंद्रमौली शुक्ला और गेल इंडिया लिमिटेड के निदेशक आरके सिंघल उपस्थित रहे.
इधर इस कंपनी को लेकर आष्टावासी विरोध जता रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि हम अपनी जमीन इस कंपनी के लिए नहीं देंगे. ग्रामीणों का कहना है कि यह हमारे पूर्वजों की जमीन है, यही हमारी रोजी रोटी का साधन भी है. इसे लेकर बीते दिनों आष्टा शहर के नागरिक व किसानों ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन भी सौंपा था.