गाजियाबादः कहते हैं कि जब भगवान भोलेनाथ आपके भक्तों के साथ हैं तो भक्तों के अंदर अपने आप ही उर्जा भर जाती है। जी हां, एसा ही एक उदाहरण पोलियो से ग्रस्त भोले भक्त में देखने को मिला हैं। भगवान भोले की आस्था में मगन भक्त को अपनी पोलियो का जरा भी ख्याल नहीं रहता और हर बार कांवड़ यात्रा हरिद्वार लेकर जाता है।
कहानी दिल्ली के नजफगढ़ के कोटला गांव के रहने वाले किरणपाल की है। वह बताते हैं कि जब वह 9 महीने के थे तब उन्हें बुखार हुआ था। बुखार के दौरान उन्हें इंजेक्शन लगाया गया जिसके बाद उनके एक पैर में पोलियो हो गया। जिसके बाद से वह ठीक से चल नहीं पाते हैं। भले ही किरण पाल का एक पैर पोलियो से ग्रसित है लेकिन उनके मन में भगवान भोलेनाथ को लेकर काफी आस्था। किरण पाल बीते 10 सालों से हरिद्वार कांवड़ लेकर आ रहे हैं।
किरणपाल बताते हैं कि 12 जुलाई को दिल्ली से हरिद्वार के लिए रवाना हुए थे। 13 जुलाई को हरिद्वार पहुंचे। 15 जुलाई को हरिद्वार से रवाना हुए थे। 7 दिनों में तकरीबन 200 किलोमीटर का रास्ता तय किया है आज मैं गाजियाबाद पहुंचा हूं। हर दिन करीब 30 से 40 किलोमीटर पैदल कांवड़ यात्रा करते हैं। रात में इस शिविर में विश्राम करते हैं सुबह 4:00 बजते ही फिर कांवड़ उठा कर आगे बढ़ते हैं। चलने में परेशानी होती है लेकिन भोलेनाथ के आशीर्वाद से कोई परेशानी नहीं होती है।