कोट्टायम: हाल के दिनों में पार्क या लिफ्ट में पालतू कुत्तों के मनुष्य को काट लेने की कई खबरें आपने देखी होंगी किन्तु केरल के कोट्टायम में जो हुआ है वो जानकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल मंगलवार को कोट्टायम जिले के पेरुन्ना में एक आवारा कुत्ते को मारकर सार्वजनिक तौर पर लटका दिया गया।
वही यह मामला ऐसे वक़्त में सामने आया है जब केरल में नियमित तौर पर कुत्ते के काटने के मामले निरंतर सामने आ रहे हैं। पेरुन्ना में सुब्रह्मण्य स्वामी मंदिर के पास मारकर लटकाए गए कुत्ते के पास एक पुष्पांजलि भी रखी गई थी। तत्पश्चात, स्थानीय लोगों ने इसे दफना दिया। यह मामला मुलकुलम पंचायत में रहस्यमय तरीके से तकरीबन एक दर्जन आवारा कुत्तों के मृत पाए जाने के एक दिन बाद हुई। पशु प्रेमियों ने इल्जाम लगाया था कि आवारा जानवरों को जहर दिया गया था। हाल के सप्ताहों में मुलकुलम क्षेत्र में तकरीबन 40 कुत्तों के काटने का मामले सामने आया है। निरंतर कुत्ते के मारे जाने को लेकर पुलिस ने इस सिलसिले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस आवारा कुत्तों की मौत की वजहों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम करने की रणनीति बना रही है।
वही इस बीच, पेरुन्ना में, स्थानीय लोगों ने कहा है कि जो कुत्ता मरा हुआ पाया गया था, वह नियमित तौर पर यात्रियों के लिए परेशानी पैदा करता था। सर्वोच्च न्यायालय 28 सितंबर को केरल के आवारा कुत्तों के मामले पर निर्देश एवं अंतरिम आदेश देगा। कोर्ट ने इसके लिए पक्षकारों से संक्षिप्त में खबर मांगी है। अदालत ने कुत्तों के हमले की घटना पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश से समाधान निकालने के लिए बोला। सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने सुझाव दिया कि रेबीज संक्रमित कुत्तों या क्रूर कुत्तों को अलग-अलग स्थान पर रखा जा सकता है। जस्टिस संजीव खन्ना ने कहा कि ये इतना भी सरल नहीं होगा। कई आपत्तियां होंगी। रेबीज से संक्रमित या क्रूर कुत्ते जिन्होंने किसी को काटा हो, उन्हें स्थानीय डे केयर सेंटर में रख सकते हैं।