राज्यपाल ने पटना के गांधी मैदान में किया झंडोत्तोलन, बोले- “हमें गर्व हैं, बिहार ने विश्व को दिया पहला गणतंत्र”
पटनाः 75 वें गणतंत्र दिवस (Republic Day 2024) के मौके पर बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Rajendra Vishwanath Arlekar) ने पटना के गांधी मैदान में झंडोत्तोलन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री समेत कई मंत्री और वरीय अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, इस मौके पर राज्यपाल ने लोगों को बधाई दी और कहा कि बिहार ने विश्व को पहला गणतंत्र दिया है, हमें गर्व है। राज्य में कानून का राज्य स्थापित हो और इसे बनाए रखने के सभी प्रयास पूरी तरह किया जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा सात निश्चय एक कार्यक्रम के बचे हुए कार्यों सहित सात निश्चय दो के तहत अनेक योजनाओं पर काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जल जीवन हरियाली अभियान इसके अंतर्गत गंगाजल आपूर्ति योजना के तहत जल संकट वाले क्षेत्रों जैसे कि गया बोधगया एवं राजगीर शहरों में पिछले वर्ष गंगाजल उपलब्ध करा दिया गया है और इस वर्ष नवादा शहर में भी इसकी आपूर्ति शुरू कर दी गई है।राज्य में सुगम यातायात हेतु पुलिया का निर्माण किया गया है तथा पटना सहित अन्य जिलों में फ्लाईओवर और एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जा रहा है।
राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विद्यालय में एक ओर जहां पोशाक, साइकिल, छात्रवृत्ति एवं अन्य परियोजनाओं को लागू किया गया हैं तो वहीं, विद्यालय की आधारभूत संरचना को मजबूत करने का प्रयास भी किया जा रहा है। सरकार द्वारा बालिका शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालय में विलंब से चल रही सभी लंबी परीक्षा फलों को नियमित करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। उच्च शिक्षा का स्तर बढ़ने का प्रयास भी हो रहा है।
उन्होंने कहा कि समाज में सद्भाव एवं भाईचारा का वातावरण कायम रहे। हमारा राज्य प्रगति के पथ पर अग्रसर रहे। हम सब गणतंत्र दिवस को मनाते समय हमारे सैनिक तथा पुलिस कर्मियों के योगदान को भूल नहीं सकते। उन्हीं के द्वारा हमारा सरंक्षण और आरक्षण करने के बाद हम यहां खुले मैदान में कार्यक्रम कर सकते हैं। मुझे बहुत खुशी है कि आज के दिन ऐसे सभी अपने सेवा के अधिकारी पुलिसकर्मी अन्य सामाजिक लोगों को पुरस्कार मेरे द्वारा दिया गया है। मैं समझता हूं कि यह हमारे सभी बिहार वासियों के तरफ से मेरा सम्मान है।
“सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई”
राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने अपने संसाधनों से जाति आधारित गणना कराई हैं। इसके आंकड़ों को भी जारी किया गया है, जिसके अनुसार बिहार की कुल आबादी 13 करोड़ 725000 है। इसके अनुसार गरीब परिवारों की कुल संख्या 94 लाख पाई गई है। समाज के सभी कमजोर वर्गों के सामाजिक उत्थान के लिए राज्य में आरक्षण की सीमा 50 से बढ़ाकर 65% की गई है। आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लिए पूर्व से ही 10% आरक्षण उपलब्ध है। इस प्रकार कुल आरक्षण 75% हो गया है। गरीब परिवारों के परिवारों को आगे बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री लघु उद्यमी योजना शुरू की गई है, जिन परिवारों के पास आवास या घर नहीं है, उन्हें जमीन खरीदने एवं घर बनाने के लिए राशि दी जा रही है।