नयी दिल्ली. मालदीव की राजधानी माले में एक इमारत में आग लगने की घटना में लोगों की मौत को ‘बेहद त्रासदपूर्ण’ घटना करार देते हुए विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि इस मामले में वहां भारतीय मिशन वहां स्थानीय प्रशासन के सम्पर्क में है तथा शवों की पहचान होने के बाद ही भारतीयों के बारे में कुछ कहा जा सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा, “माले में एक इमारत में कल देर रात आग लगने की घटना बेहद त्रासदपूर्ण है।”
उन्होंने कहा कि भारतीय मिशन इस मामले में भारतीयों एवं उनके परिवार को सभी संभव मदद प्रदान करेगा। इस घटना में भारतीयों की मौत की खबरों के बारे में पूछे जाने पर प्रवक्ता ने कहा कि स्थानीय प्रशासन शवों की पहचान का काम कर रहे हैं और जब तक शवों की पहचान नहीं होती है तब तक इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।
इस बीच, माले में भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि माले में एक ‘गैराज’ में आग लगने से आठ भारतीयों सहित 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य लोग घायल हो गए। इस इमारत की पहली मंजिल पर प्रवासी मजदूर रहते थे। दो लोगों की नागरिकता का अब तक पता नहीं चला है।
समाचार मंच ‘सनऑनलाइन’ के अनुसार, आग देर रात करीब साढ़े 12 बजे मावियो मस्जिद के पास एम. निरूफेफी में लगी। इससे पहले, भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया था, “माले में आग लगने की घटना के बारे में सुनकर दुखी हैं, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और उनमें कथित तौर पर भारतीय नागरिक भी शामिल हैं। हम मालदीव के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं।”
भारतीय मिशन ने एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। यह पूछे जाने पर कि क्या यह मामला तोड़फोड से जुड़ा हो सकता है, प्रवक्ता ने कहा कि इस घटना के बारे में कुछ भी अटकल लगाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि मालदीव की सरकार ने विस्तृत जांच की बात कही है, इसलिये इंतजार करना ठीक रहेगा।