पूरी दुनिया रहस्यों से भरी पड़ी है। कुछ रहस्य ऐसे होते हैं जिन्हें समझना नामुमकिन सा लगता है। आज हम आपको एक ऐसे ही राज के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे जानने के बाद आप दंग रह जाएंगे। दरअसल, यह रहस्य एक फ्लाइट के लापता होने को लेकर है। हम बात कर रहे हैं सैंटियागो एयरलाइंस की फ्लाइट नंबर 513 की। 1954 में सैंटियागो एयरलाइंस के जहाज ने पश्चिम जर्मनी के आचेन एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी, लेकिन फ्लाइट कहीं नहीं उतरी।
जी हां, 04 सितंबर 1954 को यह फ्लाइट 92 यात्रियों को लेकर लापता हो गई थी। उड़ान संख्या 513 को उड़ान के 18 घंटे बाद ब्राजील के पोर्टो एलेग्रे हवाई अड्डे पर उतरना था लेकिन ऐसा नहीं हुआ। विमान ने उड़ान भरी और आकाश में गायब हो गया। लाख कोशिशों के बाद भी इस विमान से संपर्क नहीं हो पाया।
87 यात्रियों को लेकर जा रहे एक विमान के लापता होने की खबर ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा दिया. दुनिया की नामी एजेंसियां विमान की तलाश में जुट गईं। लेकिन विमान को कोई नहीं मिला। विमान का मलबा भी कहीं नहीं मिला। विमान का पता लगाने के लिए तलाशी दल दिन-रात जुटे रहे लेकिन कुछ पता नहीं चला। कहा जाता है कि विमान अटलांटिक महासागर के ऊपर से उड़ान भर रहा था तभी विमान से संपर्क टूट गया।
लोगों ने मान लिया कि यह विमान अटलांटिक महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया और इसमें सवार सभी 92 लोगों की मौत हो गई। लेकिन फिर एक चमत्कार हुआ। इस घटना के 37 साल बाद अचानक पोर्टो एलेग्रे एयरपोर्ट पर एक विमान दिखाई दिया, जो बिना किसी अनुमति के एयरपोर्ट पर उतरने वाला था। यह सब देख एयरपोर्ट अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
विमान के रनवे पर उतरने के कुछ देर बाद ही अधिकारियों ने उस रनवे को तुरंत साफ कर दिया, जिस ओर विमान आ रहा था। विमान के ऊपर सैंटियागो एयरलाइंस का नाम था और 37 साल पहले अटलांटिक महासागर के ऊपर से गायब हुई उड़ान की संख्या भी थी। यह देख एयरपोर्ट के अधिकारी डर गए। क्योंकि ये एयरलाइंस हादसे के दो साल बाद साल 1956 में बंद कर दी गई थी।
लैंडिंग के कुछ देर बाद ही इस विमान ने एक बार फिर उड़ान भरी और कुछ देर बाद आसमान में गायब हो गया। उसके बाद से फिर से विमान का कोई पता नहीं चला है। लापता विमान को खोजने के लिए अभी भी कई प्रयास किए जा रहे हैं। आपको बता दें कि साल 1989 में वर्ल्ड टैब्लॉयड मैगजीन ने पहली बार इस विमान के बारे में छापा था। यह घटना आज भी लोगों के लिए पहेली बनी हुई है।