नई दिल्ली : 24 अप्रैल यानी आज से वैशाख का महीना शुरू हो रहा है. इस बार वैशाख का महीना 24 अप्रैल से लेकर 23 मई तक रहने वाला है. विशाखा नक्षत्र से संबंध होने के कारण इसको वैशाख कहा जाता है. इस महीने में धन प्राप्ति और पुण्य प्राप्ति के तमाम अवसर आते हैं. मुख्य रूप से इस महीने में भगवान विष्णु (Lord Vishnu), परशुराम और देवी (Devi) की उपासना की जाती है. वर्ष में केवल एक बार श्रीबांके बिहारी जी के चरण दर्शन भी इसी महीने में होते हैं. इस महीने में गंगा या सरोवर स्नान का विशेष महत्व है. आमतौर पर इसी समय से लोक जीवन में मंगल कार्य शुरू हो जाते हैं।
वैशाख के महीने में शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा उपासना की जाती है. इसी महीने में भगवान बुद्ध और परशुराम का जन्म भी हुआ था. इस महीने में भगवान ब्रह्मा ने तिलों का निर्माण किया था. इसलिए इसमें तिलों का विशेष प्रयोग भी होता है. इसी महीने में धन और संपत्ति प्राप्ति का महापर्व अक्षय तृतीया भी आता है. इसी महीने में मोहिनी एकादशी आती है, जो श्री हरी भगवान विष्णु की विशेष कृपा दिल सकती है।
वैशाख माह में गर्मी की मात्रा लगातार तीव्र होती जाती है. इसमें तमाम तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इस महीने में जल का प्रयोग बढ़ा देना चाहिए और तेल वाली चीजें कम से कम खानी चाहिए. जहां तक संभव हो सत्तू और रसदार फलों का प्रयोग करना चाहिए और देर तक सोने से भी बचना चाहिए।
वैशाख के महीने में प्रयत्न करें कि नित्य प्रातः सूर्योदय के पूर्व उठ जाएं. गंगा नदी, सरोवर या शुद्ध जल से स्नान करें. जल में थोड़ा तिल भी मिलाएं. इसके बाद श्री हरि विष्णु की उपासना करें. जल का संतुलित प्रयोग करें. जल का दान भी करें. महीने की दोनों एकादशी के नियमों का विशेष पालन करें।
वैशाख माह के दिव्य उपाय
1. वैशाख के महीने में जब गर्मी काफी ज्यादा होती है तो इस दौरान प्यास काफी अधिक लगती है. ऐसे में आप चाहे तो देवी देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करने और पुण्य कमाने के लिए इस दौरान प्यासे को पानी अवश्य पिलाएं.
2. वैशाख के महीने में लोगों को पंखों का दान कर सकते हैं या फिर अन्न का दान कर सकते हैं. आप जूते चप्पलों का दान भी कर सकते हैं. इससे देवी देवता प्रसन्न होते हैं.
3. वैशाख के महीने में अपनी श्रद्धानुसार तिल, सत्तू, आम और कपड़े का दान भी कर सकते हैं. माना जाता है कि इन चीजों का दान करने से इंसान के पापों का नाश होता है.