नई दिल्ली : शनि साढ़ेसाती वालों और ढैया वालों के लिए भी अक्टूबर और नवंबर का महीना बहुत खास है। दिवाली से पहले शनि की महादशा, साढ़ेसाती और ढैया से पीड़ित जातकों के लिए शनि डबल आशीर्वाद बरसाने वाले हैं। इसलिए 14 अक्टूबर, 4 नवंबर खास दिन है। खासकर शनि की महादशा, शनि साढ़ेसाती वालों और ढैया वालों के लिए इस दिन विभिन्न उपाय बहुत ही कारगर होंगे। शनिवार, अमावस्या और सूर्य ग्रहण और पितृअमावस्या ये सभी योग 14 अक्टूबर को बन रहे हैं। इसके अलावा शनि के मार्गी भी होना भी कई राशियों की जिंदगी में परेशानियों का खात्मा करेगा। इसके अलावा शनि का नक्षत्र परिवर्तन भी कर रहे हैं। 17 अक्टूबर तक शनि राहु के नक्षत्र शतभिषा नक्षत्र में शनि-राहु की युति से 17 अक्टूबर के बाद से कई राशियों के लिए अच्छे दिन शुरू हो जाएंगे।
सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या का संयोग 14 अक्टूबर को बन रहा है। इसलिए पितरों के साथ-साथ शनि देव की भी जमकर कृपा मिलेगी, इसके शनि साढ़ेसाती वालों और शनिढैया वालों को पितरों के लिए अमावस्या श्राद्ध और शनिदेव के लिए भी विभिन्न उपाय करने होंगे। इस दिन शनि साढ़ेसाती वालों और ढैया वालों को खास उपाय लाभ देते हैं। इस दिन सुंदरकांड का पाठ और बजरंगबाण का पाठ करना लाभकारी माना गया है।
राशि की बात करें तो दिवाली से पहले शनि मार्गी होकर कई राशियों की परेशानी खत्म कर देंगे, तुला, कन्या और कुंभ राशि जो शनि के राहु के नक्षत्र में थीं, वो भी अब 17 अक्टूबर तक परेशानी से मुक्त हो जाएंगी। इसके अलावा धनु, मीन और कुंभ राशि के लिए भी दिवाली इस पर अच्छी आएगी। दिवाली से पहले मार्गी शनि कई राशियों की परेशानी का अंत करेंगे।