बिजनौर: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले मे एक महिला द्वारा शक्ति स्वरूपा बनकर काल से लड़ने की एक कहानी सामने आई हैं। महिला ने अपनी जान को दांव पर लगाकर बच्चे को काल के गाल में जाने से बचा लिया। बिजनौर जिले के नगीना थाना क्षेत्र के मिर्जा अलीपुर भारा गांव में शनिवार देर शाम मां के साथ जंगल से घर लौट रहे 10 वर्षीय पर एक तेंदुआ झपटने की तैयारी में था।
इसी दौरान तेंदुए ने बच्चे पर हमला कर दिया। हमले में बच्चा बुरी तरह घायल हो गया। लेकिन उसकी 32 वर्षीय मां प्रेमलता ने बच्चे को तेंदुआ के जबड़े में जाने से बचा लिया। घायल बच्चे को इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगीना भर्ती कराया। जहां डॉक्टर ने बच्चे हालत चिंताजनक देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बिजनौर जिला अस्पताल आपातकालीन चिकित्सा अधिकारी प्रेम प्रकाश ने बताया कि बच्चे के चहरे और हाथ ,पैर पर गंभीर चोटें है। बच्चे हालत स्थिर बनी हुई है।