नई दिल्ली : दुनिया में काफी लंबे समय से एलियंस को लेकर बहस चलती आई है. कुछ का कहना है कि एलियन होते हैं. जिस तरह से इंसान इस धरती पर रहता है और स्पेस में दूसरी जिंदगियां तलाश रहा है, उसी तरह अन्य ग्रहों पर भी जीवन है और वो भी धरती पर आते रहते हैं. सोशल मीडिया पर एलियंस का सबूत पेश करने के लिए कई तस्वीरें और वीडियोज मौजूद हैं. लेकिन हर सबूत को कोई ना कोई बहाना देकर झुठलाने की कोशिश की जाती है. इस साल सितंबर में एक शख्स एलियंस का तगड़ा सबूत लेकर सामने आया था.
यूफोलॉजिस्ट जैम ने दो ऐसी लाशें प्रस्तुत की थी, जिसे वो एलियंस का बता रहा था. लेकिन कई एक्सपर्ट्स ने इसे झूठ बताया था. उनके मुताबिक़, लोग मशहूर होने के लिए ऐसे स्टंट करते हैं. ये लाश किसी एलियन की नहीं, बल्कि कई जानवरों के बॉडी पार्ट्स को जोड़कर बनाई गई थी. हालांकि, जैम का कहना था कि एक्सपर्ट्स जानते हुए उसे झूठा बना रहे हैं. वो असल में ये नहीं चाहते कि दुनिया को पता चले कि एलियंस के बारे में जानकारी मिल चुकी है.
खुद को झूठा साबित किये जाने से जैम को काफी दुःख हुआ था. इस वजह से उसने अपने सबूत को मेडिकल टीम के द्वारा जांच करवाने का फैसला किया. मेडिकल टीम का कहना है कि ये लाश सच में है. इसे किसी जानवर की बॉडी को मिलाकर नहीं बनाया गया है. ना ही ये किसी इंसानी बच्चे की लाश है. ये तीन अँगुलियों वाली ममी का इंसानों से या पृथ्वी पर रहने वाले किसी जानवर से कोई कनेक्शन नहीं है. ऐसे में इनके एलियन होने से इंकार नहीं किया जा सकता.
हालांकि, मेडिकल टीम ने ये तो कहा कि ये इंसान की बॉडी नहीं है. साथ ही ये भी कहा कि बॉडी फेक नहीं है. लेकिन ये साफ़ और पूरे विश्वास से नहीं बताया कि ये एलियंस ही हैं. इन सो कॉल्ड एलियन ममीज की जांच करने वाली टीम के सदस्य विल गलिसों ने बताया कि उसने सबसे पहले इन्हें 2017 में देखा था. तब वो पेरू में थे. वहां इसे देखते ही वो समझ गए थे कि ये कुछ रहस्यमई चीज है. देखने में ये इंसान जैसे कतई नहीं लग रहे थे. पर अब ये समझ आ गया है कि ये एलियंस से जुड़े हो सकते हैं.